हैदराबाद: महान जिमी एंडरसन जब गेंदबाजी करते हैं तो कई बल्लेबाजों को निरुत्तर होते देखा गया है. जिस धैर्य के साथ वो गेंदबाजी करते हैं, वो इतिहास के पन्नों में रिकॉर्ड बन कर दर्ज हो रहा है. खेल की दुनिया में बहुत से लोगों के पास वह कला नहीं है जो एंडरसन के पास है.
इसके विपरीत, पैट कमिंस एक क्रूर और तेज गेंदबाज हैं और अगर दिन उनका हो तो वो अकेले ही विरोधियों को चित कर सकते हैं. उनकी रोमांचकारी गेंदबाजी और धीरज का प्रदर्शन खेल प्रेमियों के लिए देखने लायक है.
वहीं अगर रिकॉर्ड्स की बात करें तो 34 टेस्ट मैचों में कमिंस के 164 विकेट पहले से ही उनको एक लीजेंड के तौर पर स्थापित कर चुके हैं. 166 मैचों में 632 विकेट के साथ एंडरसन ने लगभग वो सब कुछ हासिल कर लिया है जो एक क्रिकेटर कर सकता है.
8 दिसंबर को ये दोनों लीजेंड क्रिकेटर एक दूसरे के आमने-सामने होंगे क्योंकि ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड क्रिकेट की दुनिया की सबसे बड़ी टेस्ट सीरीज - द एशेज खेलेंगे.
तो एंडरसन और कमिंस के हाथों में कूकाबुरा (आईसीसी और ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली गेंद) विपक्षी बल्लेबाजों के आत्मविश्वास को घात लगा सकेगी या नहीं इस पर पूर्व क्रिकेटर और कमेंटेटर लक्ष्मण शिवरामकृष्णन का मानना है कि कमिंस खेल के इन दो दिग्गजों के मुकाबले में पिछड़ सकते हैं क्योंकि उनके पास टीम की कप्तानी करने की अतिरिक्त जिम्मेदारी होगी.
ये भी पढ़ें- मेरी कप्तानी की शैली थोड़ी अलग दिखेगी, उप कप्तान स्टीव स्मिथ से सलाह लूंगा: पैट कमिंस
शिवरामकृष्णन ने ईटीवी से बातचीत में कहा, "यह दोनों के बीच एक अच्छा मुकाबला होगा. मुझे लगता है कि जिमी एंडरसन थोड़ा आगे निकल सकते हैं क्योंकि हाल के दिनों में ऑस्ट्रेलिया के पास शीर्ष श्रेणी के सलामी बल्लेबाज नहीं थे. अगर एंडरसन जल्दी हमला करते हैं, तो उनके लिए एक बड़ा मौका होगा. कमिंस से बेहतर प्रदर्शन करने में वो सक्षम हैं. पैट पर टीम के कप्तान और गेंदबाज होने का अतिरिक्त दबाव भी होगा इसलिए मैं कमिंस की तुलना में बहुत अधिक विकेट लेने के लिए जिमी एंडरसन को चुनूंगा, "
शिवरामकृष्णन ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन करने के एंडरसन के अनुभव पर भी भरोसा कर रहे हैं, जिन्होंने हाल के दिनों में संघर्ष किया है.