कानपुर: भारत के अनुभवी ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन सोमवार को हरभजन सिंह को पछाड़कर भारत के लिये सर्वाधिक टेस्ट विकेट लेने वाले तीसरे गेंदबाज बन गए.
अश्विन ने अपने 80वें टेस्ट में यह कमाल किया. इस सूची में शीर्ष पर महान लेग स्पिनर अनिल कुंबले हैं जिनके नाम 619 टेस्ट विकेट हैं. भारत के पहले विश्व कप विजेता कप्तान कपिल देव ने 434 टेस्ट विकेट लिये हैं.
अश्विन ने न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले क्रिकेट टेस्ट के चौथे दिन टॉम लैथम को आउट करके 418 वां विकेट लिया. हरभजन ने 103 टेस्ट में 417 विकेट लिये थे. अश्विन ने न्यूजीलैंड की पहली पारी में तीन विकेट चटकाये थे.
इस उपलब्धि को हासिल करने के बाद उन्होंने कहा कि न्यूजीलैंड टूर से पहले उनका करियर एक चौराहे पर खड़ा था.
बीसीसीआई टीवी की ओर श्रेयस अय्यर से बात करते हुए अश्विन ने कहा, “पिछले कुछ वर्षों में मेरे जीवन और मेरे करियर में क्या हो रहा है, इसके बारे मुझे कुछ नहीं पता. मुझे नहीं पता था कि महामारी के समय मुझे टेस्ट क्रिकेट खेलना चाहिए था कि नहीं.”
उन्होंने आगे कहा, "मैंने क्राइस्टचर्च (जो 29 फरवरी, 2020 से शुरू हुआ) में (भारत का) आखिरी टेस्ट नहीं खेला था. ऐसा लग रहा था कि मैं एक चौराहे पर खड़ा हूं और सोच रहा था कि क्या मैं फिर से टेस्ट खेल पाउंगा, मेरा भविष्य कहां है, क्या मैं टेस्ट टीम में शामिल हो सकता हूं जो एकमात्र प्रारूप है जिसे मैं खेल रहा हूं. लेकिन भगवान दयालु हैं और मैं चीजों को बदलने में सक्षम रहा."
अश्विन ने से उनकी उपलब्धि के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, "इस उपलब्धि पर कुछ खास महसूस नहीं हो रहा है."
भारतीय टीम मैच की चौथी पारी में न्यूजीलैंड को ऑल आउट करने में नाकाम रही, जिसके बाद अश्विन से उनकी उपलब्धि के बारे में पूछा गया.
उन्होंने कहा, "कुछ महसूस नहीं हो रहा है. ये ऐसी उपलब्धि है जो आती रहेंगी, यह अच्छा है. जब से राहुल (द्रविड़) भाई ने पदभार संभाला है, वह कहते रहते हैं कि आप कितने विकेट लेते हैं, 10 साल में कितने रन बनाते हैं, आपको यह याद नहीं रहेगा."