पुणे:कई मैच विजेता खिलाड़ियों की मौजूदगी वाला राजस्थान रॉयल्स दो पूर्व चैंपियन टीम की जंग में सोमवार को सनराइजर्स हैदराबाद का सामना करेगा, जिसमें दोनों टीम की निगाहें इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के वर्तमान सत्र की शुरुआत जीत से करने पर टिकी रहेंगी. रॉयल्स की बल्लेबाजी काफी हद तक कप्तान संजू सैमसन के प्रदर्शन पर निर्भर करेगी, जो पिछले कुछ वर्षों से टीम के साथ बने हुए हैं. लेकिन अपेक्षित प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं.
रॉयल्स ने दिवंगत शेन वार्न की अगुवाई में 2008 में पहले आईपीएल का खिताब जीता. लेकिन उसके बाद टीम कभी प्रभावशाली प्रदर्शन नहीं कर पाई. सैमसन ने हर साल एक या दो मैचों में अच्छा खेल दिखाया, लेकिन अगर रॉयल्स को अपना दूसरा खिताब जीतना है तो उन्हें अपने प्रदर्शन में निरंतरता लानी होगी. इससे सैमसन को इस साल के आखिर में होने वाले टी-20 विश्व कप के लिए भारतीय टीम में जगह पक्की करने का मौका भी मिलेगा. जोस बटलर और देवदत्त पडिक्कल रॉयल्स की पारी का आगाज कर सकते हैं. बटलर किसी भी आक्रमण की धज्जियां उड़ाने में सक्षम हैं. वह पडिक्कल के साथ रॉयल्स को मजबूत शुरुआत दे सकते हैं, जिससे सैमसन सरीखे खिलाड़ियों के लिए आसानी होगी.
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मध्यक्रम में रॉयल्स के पास पावर हिटर शिमरोन हेटमायर, रासी वान डेर डूसेन, जिमी नीशाम और रियान पराग जैसे खिलाड़ी हैं. उनका योगदान टीम के लिए बेहद महत्वपूर्ण होगा. स्पिनर रविचंद्रन अश्विन और युजवेंद्र चहल की मौजूदगी में रॉयल्स के पास एक मजबूत गेंदबाजी इकाई है. इन दोनों का अंतिम एकादश में खेलना निश्चित है और उनके आठ ओवर काफी अहम होंगे. तेज गेंदबाजी विभाग की कमान ट्रेंट बोल्ट संभालेंगे, जिसमें उनका साथ देने के लिए प्रसिद्ध कृष्णा और नवदीप सैनी जैसे गेंदबाज हैं.
जहां तक सनराइजर्स की बात है तो उसके बल्लेबाजी क्रम में कप्तान केन विलियमसन सबसे अनुभवी बल्लेबाज हैं. न्यूजीलैंड के उनके साथी ग्लेन फिलिप्स पारी का आगाज कर सकते हैं. जबकि मध्यक्रम की जिम्मेदारी निकोलस पूरण, प्रियम गर्ग और राहुल त्रिपाठी पर होगी. यदि विलियमसन तीसरे नंबर पर उतरते हैं तो फिर रविकुमार समर्थ सलामी बल्लेबाज की भूमिका निभा सकते हैं. जबकि अब्दुल समद की भूमिका फिनिशर की होगी.