नई दिल्ली : एमएस धोनी (MS Dhoni) को भारत की टी20 विश्व कप टीम के मेंटोर बनाने पर हितों के टकराव की शिकायत की अटकलों के बीच बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने कहा कि पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी यूएई और ओमान में होने वाले टी20 विश्व कप में भारतीय क्रिकेट टीम के 'मेंटर' के तौर पर कोई फीस नहीं लेंगे.
इसके अलावा बीसीसीआई सचिव जय शाह (BCCI Secretary Jay Shah) ने भी कहा कि धोनी टीम इंडिया के मेंटोर बनने के लिए कोई मानदेय (honorarium) नहीं ले रहे हैं. बता दें कि धोनी इंडियन प्रीमियर लीग फ्रेंचाइजी चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान भी हैं. धोनी इस समय अपनी आईपीएल टीम चेन्नई सुपर किंग्स के साथ हैं और संयुक्त अरब अमीरात में टी20 लीग आईपीएल के फाइनल मैच की तैयारियों में जुटे हैं.
इससे पहले समाचार एजेंसी पीटीआई ने गत 9 सितंबर को खबर दी थी कि भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) की शीर्ष परिषद को गुरूवार को पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की टी20 विश्व कप के लिये भारतीय टीम के मार्गदर्शक (मेंटोर) के तौर पर नियुक्ति के खिलाफ एक शिकायत मिली है. शिकायत में लोढा समिति की सिफारिशों के हितों के टकराव के नियमों का हवाला दिए जाने की बात थी.
जानकारी के मुताबिक मध्य प्रदेश क्रिकेट संघ के पूर्व आजीवन सदस्य संजीव गुप्ता ने शीर्ष परिषद के सदस्यों को एक पत्र भेजा है कि धोनी की नियुक्ति हितों के टकराव के नियमों का उल्लघंन है जिसमें एक व्यक्ति दो पदों पर काबिज नहीं हो सकता. गुप्ता पहले भी खिलाड़ियों और प्रशासकों के खिलाफ हितों के टकराव की कई शिकायतें दर्ज करा चुके हैं.
गत 9 सितंबर की खबर के मुताबिक बीसीसीआई के एक सूत्र ने गोपनीयता की शर्त पर बताया था, 'हां, गुप्ता ने शीर्ष परिषद के सदस्यों को एक पत्र भेजा है जिसमें सौरव गांगुली और जय शाह शामिल हैं. उन्होंने बीसीसीआई के संविधान की धारा 38 (4) का हवाला दिया है जिसके अनुसार एक व्यक्ति दो अलग अलग पदों पर काम नहीं कर सकता. शीर्ष परिषद को इसके प्रभावों की जांच के लिये अपनी कानूनी टीम से परामर्श की जरूरत होगी.'