गोल्ड कोस्ट:भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर अंगूठे की चोट के कारण एकदिवसीय सीरीज और एकमात्र दिन-रात्रि टेस्ट मैच में नहीं खेल पाई थीं. लेकिन अब वह फिट हैं, जिससे टीम की बल्लेबाजी का आक्रामक पक्ष मजबूत हुआ है. टीम में युवा शेफाली वर्मा और स्मृति मंधाना की सलामी जोड़ी शानदार फॉर्म में चल रही है.
आस्ट्रेलियाई दौरे के आखिरी चरण के मैचों से पहले मंधाना आत्मविश्वास से ओत-प्रोत हैं. उन्होंने अभी कुछ दिन पहले ही अपना पहला टेस्ट शतक लगाया था. यह सीनियर बल्लेबाज निश्चित तौर पर उस लय को बरकरार रखने के लिए प्रतिबद्ध होगी, हालांकि दोनों प्रारूपों में बहुत अंतर है. हरमनप्रीत की वापसी टीम के लिए अच्छा संकेत है, लेकिन सभी की निगाह युवा शेफाली पर टिकी रहेंगी, जो आक्रामक अंदाज में बल्लेबाजी करने के लिए जानी जाती हैं.
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इस दौरे के दौरान भारतीय टीम ने दिखाया कि वह कुछ समय के अंदर ही विभिन्न प्रारूपों से सांमजस्य बिठा सकती है. इससे वे गुलाबी गेंद से खेले गए टेस्ट में भी दबदबा बनाने में सफल रही. इससे पहले उसने वनडे में आस्ट्रेलिया का 26 जीत का अभियान थामा था.
हरमनप्रीत के लिए चोट बड़ा झटका था, लेकिन अगले साल होने वाले वनडे विश्व कप से पहले उनके लिए यह टी-20 सीरीज बेहद महत्वपूर्ण होगी. वह खेल के सबसे छोटे प्रारूप में मैच विजेता हैं और वह इन मैचों में कोई मौका नहीं गंवाना चाहेंगी.
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आस्ट्रेलियाई गेंदबाज शेफाली, मंधाना और हरमनप्रीत को निशाने पर रखेंगे, जबकि युवा जेमिमा रोड्रिग्स को अपनी फॉर्म हासिल करने के लिए एक और मौका मिलेगा. उन्होंने राष्ट्रीय टीम की तरफ से हाल में भले ही अनुकूल प्रदर्शन नहीं किया. लेकिन इंग्लैंड में द हंड्रेड में उन्होंने प्रभावशाली बल्लेबाजी की थी. आस्ट्रेलिया के उछाल वाले विकेट भी उनके खेल के अनुकूल हैं.
बता दें, आस्ट्रेलिया के पास कई आलराउंडर हैं, जिससे वह इस प्रारूप में काफी मजबूत नजर आता है. लेकिन भारत उसे कड़ी चुनौती देने के लिए पूरी तरह से तैयार लगता है. भारत को टी-20 में पिछले कुछ समय से अनुभवी गेंदबाज झूलन गोस्वामी की सेवाएं नहीं मिल रही हैं, लेकिन मेघना सिंह, पूजा वस्त्राकर और शिखा पांडे जैसी गेंदबाजों ने अच्छा प्रदर्शन किया है.