इंदौर :भारतीय टीम बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के तीसरे टेस्ट में बुधवार को जब होल्कर मैदान पर उतरेगी तो उसकी कोशिश घरेलू सरजमीं पर लगातार 16वीं सीरीज में जीत के साथ विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) के फाइनल में अपनी जगह पूरी तरह से पक्की करने की होगी. वहीं दूसरी ओर ऑस्ट्रेलिया को चार मैचों की सीरीज में वापसी के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगाना होगा. भारतीय टीम ने शुरुआती दो मैच जीतकर पहले ही बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी अपने नाम कर ली है और इस मैच में टीम के सामने एक बड़ी चुनौती चयन को लेकर है.
टीम को खराब फॉर्म से जूझ रहे केएल राहुल और शुभमन गिल में से किसी एक को चुनना होगा. राहुल अब उप-कप्तान नहीं हैं, लेकिन टीम प्रबंधन ने उन पर जबरदस्त विश्वास दिखाया है और ऐसे में उन्हें लय हासिल करने का एक और मौका मिल सकता है. स्पिनरों के दबदबे वाली सीरीज में अब तक इकलौता शतक रोहित शर्मा के बल्ले से निकला है.
भारतीय स्पिनरों के खिलाफ स्वीप शॉट खेलने की ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों की रणनीति पूरी तरह से विफल रही लेकिन भारतीय बल्लेबाजों ने प्रतिद्वंद्वी स्पिनरों के खिलाफ पारंपरिक तरीका अपनाया और उन्हें इसका फायदा भी मिला. रोहित का फुटवर्क शानदार रहा तो वहीं कोहली भी बल्लेबाजी के दौरान सहज दिखे. अपने 100वें टेस्ट की दूसरी पारी में चेतेश्वर पुजारा ने नाबाद 31 रन की पारी खेली जिससे उनका आत्मविश्वास बढ़ा हुआ होगा.
नागपुर और दिल्ली में शिकस्त झेलने के बाद ऑस्ट्रेलिया को अपनी योजना पर काम करने के लिए काफी समय मिला. टीम को हालांकि दिल्ली की हार अधिक खलेगी क्योंकि सिर्फ एक सत्र में खराब प्रदर्शन का उन्हें खामियाजा भुगतना पड़ा. इंदौर में हालांकि टीम में कई बदलाव के साथ मैदान पर उतरेगी। कप्तान पैट कमिंस के साथ अपनी बीमार मां के साथ रहने के लिए स्वदेश लौट गए है.
एश्टन अगर, जोश हेजलवुड और डेविड वॉर्नर भी चोट के कारण स्वदेश लौट आए हैं. ऐसे में टीम की कमान स्टीव स्मिथ के हाथों में होगी. इस बात की संभावना है कि ऑस्ट्रेलियाई टीम नाथन लियोन, टॉड मर्फी और मैथ्यू कुहनेमैन के रूप में तीन विशेषज्ञ स्पिनरों के साथ मैदान में उतरेगी.