रांची: भारत शुक्रवार को यहां न्यूजीलैंड के खिलाफ होने वाले दूसरे टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में जीत के साथ तीन मैचों की श्रृंखला अपने नाम करने के इरादे से उतरेगा लेकिन साथ ही उसे अपने मध्यक्रम के बल्लेबाजों से बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद होगी.
कोच राहुल द्रविड़ और कप्तान रोहित शर्मा ने अपनी जोड़ी की अच्छी शुरुआत करते हुए बुधवार को जयपुर में न्यूजीलैंड को पहले टी20 में पांच विकेट से हराया.
भारत की जीत में शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों के शानदार प्रदर्शन और डेथ ओवरों में गेंदबाजों की नियंत्रित गेंदबाजी की अहम भूमिका रही. इस जीत के साथ भारत ने न्यूजीलैंड के खिलाफ सभी प्रारूपों में लगातार सात हार के क्रम को भी तोड़ दिया.
ढाई हफ्ते के जरूरी ब्रेक से पहले रोहित रांची में ही श्रृंखला जीतना चाहेंगे जिससे कि कोलकाता में अंतिम मैच में युवा खिलाड़ियों को मौका दिया जा सके.
मौजूदा श्रृंखला से विराट कोहली को आराम दिया गया है और उनकी गैरमौजूदगी में सूर्यकुमार यादव ने तीसरे नंबर बल्लेबाजी के मौके का पूरा फायदा उठाते हुए 42 गेंद में 62 रन बनाए.
भारतीय टीम आसान जीत की ओर से बढ़ रही थी लेकिन श्रेयस अय्यर और ऋषभ पंत ने निराश किया जिससे मुकाबला थोड़ा करीबी हो गया. मेजबान टीम ने हालांकि बल्लेबाजी के दौरान कभी मैच से नियंत्रण नहीं खोया.
लंबे समय के बाद भारत के लिए खेल रहे अय्यर लय में नहीं दिखे और उन्हें गेंद को बल्ले के बीच से खेलने में परेशानी हुई. बड़े शॉट नहीं लगने की स्थिति में वह एक या दो रन लेकर स्ट्राइक रोटेट करने के इच्छुक भी नहीं दिखे.
श्रेयस आठ गेंद में पांच रन बनाने के बाद 19वें ओवर में टिम साउथी का शिकार बने.
भारत के लिए मजबूत पक्ष सूर्यकुमार की बल्लेबाजी रही जिन्होंने मैदान में चारों तरफ शॉट खेलकर सवाई मानसिंह स्टेडियम में मौजूद दर्शकों का मनोरंजन किया.
एक अन्य सकारात्मक पक्ष सीनियर गेंदबाजों भुवनेश्वर कमार और रविचंद्रन अश्विन का प्रदर्शन रहा. कुछ अनुभवहीन गेंदबाजों ने जहां रन लुटाए वहां इन दोनों ने सटीक लाइन और लेंथ के साथ गेंदबाजी की.
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पाकिस्तान के खिलाफ टी20 विश्व कप मुकाबले में खराब प्रदर्शन के बाद अंतिम एकादश से बाहर किए गए भुवनेश्वर को रोहित और राहुल के नेतृत्व में नए प्रबंधन ने मौका दिया है.