जोहानिसबर्ग:सीनियर भारतीय बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा को भरोसा है कि उनकी टीम के तेज गेंदबाज अच्छा प्रदर्शन जारी रखेंगे और 26 दिसंबर से दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ शुरू हो रही आगामी श्रृंखला के प्रत्येक टेस्ट में 20 विकेट हासिल करेंगे.
भारतीय टीम ने अभ्यास शुरू कर दिया है और शनिवार को सभी शीर्ष बल्लेबाजों ने नेट सत्र में हिस्सा लिया.
पुजारा ने स्थानीय मीडिया से कहा, "हमारे तेज गेंदबाज हमारा मजबूत पक्ष हैं और मैं उम्मीद करता हूं कि वे इन हालात का फायदा उठा पाएंगे और प्रत्येक टेस्ट मैच में हमारे लिए 20 विकेट हासिल करेंगे. जब भी हम विदेश में खेलते हैं तो वे दोनों टीम के बीच का अंतर साबित होते हैं."
भारत के लिए 92 टेस्ट में 6589 रन बनाने वाले पुजारा ने कहा, "अगर आप ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज देखें, यहां तक कि अगर आप इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज देखें तो गेंदबाजी इकाई के रूप में हमने शानदार प्रदर्शन किया और मुझे यकीन है कि दक्षिण अफ्रीका में भी ऐसा ही होगा."
हाल के समय में विदेशी सरजमीं पर भारत की सफलता में तेज गेंदबाजों ने अहम भूमिका निभाई है.
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व्यस्त कार्यक्रम और कोविड-19 के नए स्वरूप ओमीक्रोन के कारण कोई अभ्यास मैच नहीं खेल जाएगा. यहां तक कि दौरे को छोटा कर दिया गया है और अब चार टी20 मैच बाद में खेले जाएंगे.
पुजारा ने मुख्य कोच राहुल द्रविड़ और उनकी सहयोगी स्टीम के संदर्भ में कहा, "अच्छी चीज यह है कि हमने भारत में कुछ टेस्ट मैच खेले हैं. इसलिए अधिकांश खिलाड़ी लय में हैं और जब बात तैयारी की आती है तो हमारा सहयोगी स्टाफ शानदार है. वे हमारा अच्छा साथ दे रहे हैं और पहले टेस्ट से पूर्व अब भी हमारे पास पांच से छह दिन का समय है."
भारतीय टीम 16 दिसंबर को दक्षिण अफ्रीका पहुंची और पुजारा का मानना है कि सेंचुरियन में होने वाले बॉक्सिंग डे टेस्ट की तैयारी के लिए 10 दिन पर्याप्त समय है.
उन्होंने कहा, "मुझे यकीन है कि तैयारी के लिए हमारे पास पर्याप्त समय है और खिलाड़ी इस श्रृंखला को लेकर बेताब हैं. यह हमारे पास दक्षिण अफ्रीका में अपनी पहली सीरीज जीतने का सर्वश्रेष्ठ मौका है. इसलिए हम सभी उत्सुक हैं."
जैविक रूप से सुरक्षित माहौल में रहने की अपनी चुनौतियां हैं लेकिन पुजारा का मानना है कि इससे टीम करीब आती है.
उन्होंने कहा, "कभी कभी मुझे लगता है कि जैविक रूप से सुरक्षित वातावरण से टीम के माहौल में मदद मिलती है जहां आप टीम के अपने साथियों के साथ अधिक समय बिताते हैं, खिलाड़ी एक साथ कमरे में रहते हैं, टीम एक साथ रात्रि भोज करती है इसलिए कुल मिलाकर मुझे लगता है कि इससे टीम को मदद मिलती है लेकिन हां, कुछ चुनौतियां भी हैं. आपको बाहर जाने की स्वीकृति नहीं होती, आप घूमने नहीं जा सकते."