हैदराबाद :भारतीय तेज गेंदबाज श्रीसंत ने ईटीवी भारत के साथ खास बातचीत में कहा है कि विराट कोहली और स्टीव स्मिथ की तुलना नहीं की जा सकती. इसी के साथ उन्होंने पाकिस्तान के पूर्व कप्तान शाहिद अफरीदी के बारे में बातें की, बाहर की लीग खेलने की इच्छा जाहिर की और बैन के सात साल कैसे रहे इस पर भी चर्चा की.
विराट कोहली या स्टीव स्मिथ, किसे आउट करने में ज्यादा मजा आएगा?
श्रीसंत ने कहा, "अरे विराट को आउट करेंगे, बच्चा है स्मिथ! मैं विराट और स्मिथ की तुलना ही नहीं करता. विराट का स्तर ही अलग है. ऑस्ट्रेलियन खिलाड़ी को मैं सपोर्ट नहीं करूंगा, चाहे वो रिकी पोंटिंग हो या स्टीव स्मिथ हो. मुझे हिंदुस्तानी से मतलब है. अगर आप बल्लेबाजी के लिहाज से जसप्रीत बुमराह और स्मिथ में कौन बेहतर है पूछते तो भी मैं बुमराह का नाम लेता."
विराट कोहली और स्टीव स्मिथ साथ ही उन्होंने कहा कि उनका कमबैक होगा तब कहीं न कहीं स्मिथ मिलेंगे. उन्होंने बताया कि वे पहले एक-दो बार स्मिथ को आउट कर चुके हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि स्मिथ और विराट को कंपेयर कर विराट का नाम खराब मत करो!
शाहिद अफरीदी के बारे में भी की बात
पाकिस्तान में पसंदीदा विकेट के बारे में बात करते हुए श्रीसंत ने कहा, "मुझे कप्तान को आउट करना सबसे अच्छा लगता था, कोई भी टीम हो. शाहिद भाई को मैंने आउट ही नहीं किया है शायद, वो आते ही इरफान पठान की गेंद पर आउट हो जाते थे. अफरीदी के आते ही इरफान बोलते थे कि माही भाई मुझे बॉल दे दो."
उन्होंने आगे कहा, "जितना मुझे याद है, अफरीदी हमेशा हरभजन सिंह या फिर इरफान पठान की गेंद पर आउट होते थे."
बाहर की लीग खेलना चाहते हैं श्रीसंत
बाहर की लीग खेलने के बारे में श्रीसंत ने कहा, "सब कुछ बीसीसीआई के हाथ में है. केरल क्रिकेट एसोसिएशन तो साथ दे रहा है. जो दादा (सौरव गांगुली) फैसला लेंगे वो हम मान लेंगे. अगर वो मान जाते हैं तो बहुत अच्छा रहेगा क्योंकि इंग्लैंड में द हंड्रेड होने वाला है. बहुत सारे कैरेबियाई लीग होता या न्यूजीलैंड में होता है टी-20 लीग. ये लीग के खेलने के लिए इंडियन क्रिकेट नहीं छोड़ना है लेकिन रणजी ट्रॉफी और ईरानी ट्रॉफी के बाद, सीजन के बाद बाहर की लीग खेली जा सकती है."
अपने परिवार के साथ श्रीसंत 7 साल के बैन के बीच किसी बात का पछतावा?
श्रीसंत ने कहा, "हर किसी को बोलना चाहता हूं. किसी बात का पछतावा नहीं होना चाहिए, ये कभी मत सोचों कि ये मेरे साथ क्यों हुआ. जब वो कैच पकड़ा तब मैंने नहीं पूछा कि ये मैंने क्यों पकड़ा. तो मैं कैसे बोल सकता हूं कि मेरे साथ बुरा क्यों हुआ. मेरी गलती के बिना भी मुझे बुरे दौर से जाना पड़ा. आपको यही सोचना चाहिए कि अगर आपने किसी को हर्ट नहीं किया है तो कॉन्फिडेंस होना चाहिए कि आज नहीं तो कल मैं वापस आऊंगा. अब मुझे खुद पर ज्यादा भरोसा हो गया. ये भी पता चला कि कौन मेरे साथ है और कौन मेरे साथ नहीं है."