मुम्बई:भारतीय ऑलराउंडर रविंद्र जडेजा को 9 मार्च को होने वाले रणजी ट्रॉफी फाइनल का हिस्सा होना था जिसके लिए बीसीसीआई प्रसिडेंट सौरव गांगुली ने साफ इंकार कर दिया है. दरअसल, सौरव गांगुली ने सौराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन को साफ तौर पर जडेजा के फाइनल खेलने को लेकर इंकार कर दिया है.
जडेजा शतक के बाद जश्न मनाते बता दें कि टीम इंडिया को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहला वनडे 12 मार्च को खेलना है. इस दौरान रणजी फाइनल चल रहा होगा. पश्चिम बंगाल 13 साल बाद रणजी ट्रॉफी फाइनल में पहुंची है. वहीं, सौराष्ट्र लगातार दूसरी बार फाइनल में जगह बनाने में सफल हुई है.
एक मीडिया इंटरव्यू के दौरान एससीए प्रेसिडेंट जयदेव शाह ने कहा- "मैंने गांगुली से जडेजा को रणजी फाइनल खेलने देने की मंजूरी मांगी थी. लेकिन, बीसीसीआई ‘देश पहले’ की नीति पर चलता है. इसलिए, बीसीसीआई प्रेसिडेंट ने जडेजा को रणजी फाइनल में खिलाने की इजाजत नहीं दी."
रविंद्र जडेजा का प्रथम श्रेणी क्रिकेट करियर शाह ने एक बात पर गौर करते हुए कहा कि जब रणजी ट्रॉफी फाइनल चल रहा हो तब अंतरराष्ट्रीय मैच नहीं होने चाहिए.
शाह ने आगे कहा, “अगर बीसीसीआई ये चाहता है कि घरेलू मैच देखने ज्यादा से ज्यादा दर्शक आएं तो उसे रणजी फाइनल के वक्त इंटरनेशनल मैच नहीं कराने चाहिए. क्या बोर्ड आईपीएल के दौरान इंटरनेशनल क्रिकेट मैच कराता है? कम से कम स्टार प्लेयर्स रणजी के फाइनल में तो खेल सकें.”
एक तरफ अगर स्टार खिलाड़ियों की बात करें तो ऋद्धिमान साहा बंगाल की ओर से फाइनल में शिरकत करेंगे. इसके अलावा सौराष्ट्र की ओर से चेतेश्वर पुजारा भी मोर्चा संभालते हुए दिख सकते हैं लेकिन जडेजा के साथ दिक्कत ये आ रही है कि वो 12 मार्च से शुरू हो रहे दक्षिण अफ्रीका दौरे का हिस्सा हैं. इसके चलते बीसीसीआई ने उनको 9 मार्च को फाइनल खेलने के लिए मना कर दिया है.
रविंद्र जडेजा और टीम के साथी खिलाड़ी हालांकि, शाह इससे सहमत नहीं हैं. उनका कहना है, “बेहतर होता, अगर रविंद्र सौराष्ट्र के लिए रणजी फाइनल खेलते. और सिर्फ वो ही क्यों? मैं तो चाहता हूं कि मोहम्मद शमी भी फाइनल में बंगाल टीम का हिस्सा हों.”