सिडनी: रवींद्र जडेजा को बल्लेबाजी करते हुए मिशेल स्टार्क की गेंद बाएं हाथ के अंगूठे पर लगी थी. वो 28 रन बनाकर नाबाद लौटे थे लेकिन गेंदबाजी करने नहीं आए.
पुजारा ने कहा, "जब आप रवींद्र जडेजा जैसा गेंदबाज खो देते हैं तो ये आसान नहीं होता है. उन्होंने पहली पारी में चार विकेट लिए थे. वो एक छोर से लगातार एक ही जगह गेंदबाजी कर सकते हैं. वो ऐसे गेंदबाज हैं जो बल्लेबाजों पर खाली गेंद फेंकते हुए दबाव बनाते हैं. वो मैदान पर भी काफी अहम होते हैं सिर्फ गेंदबाज के तौर पर नहीं बल्कि फील्डर के तौर पर भी. उनका न होना बड़ा झटका है."
पुजारा ने कहा कि जडेजा के बिना भारतीय बल्लेबाजी कमजोर है, खासकर तब जब मोहम्मद शमी, उमेश यादव और ईशांत शर्मा टीम में नहीं हैं.
पुजारा ने कहा, "अगर आप हमारा गेंदबाजी आक्रमण देखेंगे तो हमारी टीम में कई ऐसे हैं जो अपना पहला या दूसरा टेस्ट मैच खेल रहे हैं। वह सीख रहे हैं. वो गेंदबाजी में सुधार कर रहे हैं. हमारा गेंदबाजी आक्रमण कम अनुभवी है. ये एक अच्छा मौका है उनके लिए कि वो सीखें और सुधार करें."
पुजारा ने कहा, "टीम प्रबंधन और अजिंक्य ने गेंदबाजों से बात की है. आप उन पर ज्यादा दबाव नहीं डाल सकते। यह नवदीप सैनी का पहला मैच है और सिराज का दूसरा. हां वह गलती करेंगे. आपको सिर्फ उन्हें सैटल होने के लिए थोड़ी छूट देनी होगी खासकर तब जब आप सिडनी में गेंदबाजी कर रहे हैं, यह आसान नहीं है. इसलिए मैं उन पर ज्यादा दबाव नहीं बनाऊंगा। उन्हें कुछ और चीजें सीखनी होगी और मुझे पूरा भरोसा है कि वह सीखेंगे."
पुजारा ने कहा कि भारतीय गेंदबाजों को अनुशासन में रहकर गेंदबाजी करनी होगी. उन्होंने कहा, "ईमानदारी से कहूं तो, कभी न कभी जडेजा की कमी खलेगी क्योंकि हमारे पास सिर्फ चार गेंदबाज हैं और ये अतिरिक्त दबाव डालता है. हमें अपनी गेंदबाजी में थोड़ा अनुशासन बरतने की जरूरत है, लेकिन हम वो करेंगे जो हम सर्वश्रेष्ठ कर सकते हैं."
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32 साल के पुजारा ने कहा कि ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों ने अच्छी लाइन लैंग्थ के साथ गेंदबाजी की. उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि उन्होंने अच्छी लाइन और लैंग्थ के साथ गेंदबाजी की. उनको पिच का अच्छा आइडिया है. इसलिए मुझे लगता है कि आपको उनके गेंदबाजों को श्रेय देना चाहिए क्योंकि मुझे नहीं लगता कि उन्होंने खराब गेंदें फेंकी."