नई दिल्ली: भारत के लिए 31 टेस्ट और दो वनडे मैच खेल चुके दिग्गज बल्लेबाज वसीम जाफर के लिए सोमवार से शुरू हो रहा रणजी ट्रॉफी का 2019-20 सीजन कई मायनों में खास होगा.
अगले साल 16 फरवरी को 42 साल के होने जा रहे जाफर ने बीते सीजन में विदर्भ के लिए खेलते हुए 1037 रन बनाए थे. उनके शानदार खेल की बदौलत विदर्भ ने लगातार दूसरी बार रणजी खिताब जीता था.
अब जाफर फिर से देश की इस सबसे प्रतिष्ठित घरेलू टूर्नामेंट में अपने बल्ले का जौहर दिखाने के लिए तैयार हैं. जाफर इस नए सीजन को अपने लिए यादगार बनाना चाहेंगे लेकिन इसके लिए उन्हें बल्ले से लगातार अच्छा प्रदर्शन करना होगा.
ट्रॉफी के साथ विदर्भ की टीम इस सीजन का पहला मैच जाफर के करियर का 150वां रणजी मैच होगा. वे इसके साथ इस टूर्नामेंट में सबसे अधिक मैच खेलने वाले खिलाड़ी बन जाएंगे.
यही नहीं, जाफर को प्रथम श्रेणी करियर में 20 हजार रनों का आंकड़ा पार करने के लिए 854 रनों की जरूरत है. अभी उनके नाम 19147 रन हैं.
यही नहीं, तीन कैच लपकने के साथ ही जाफर इस टूर्नामेंट के इतिहास में 200 कैच लपकने वाले पहले खिलाड़ी बन जाएंगे.
एक मैच के दौरान शतक लगाने के बाद वसीम जाफर जाफर ने भारत के लिए 31 टेस्ट मैचों की 58 पारियों में एक बार नाबाद रहते हुए पांच शतकों और 11 अर्धशतकों की मदद से कुल 1944 रन बनाए हैं. 212 उनका सर्वोच्च व्यक्तिगत योग रहा था. टेस्ट मैचों में जाफर ने 27 कैच भी लपके थे.
यही नहीं, टेस्ट में जाफर के नाम दो विकेट भी दर्ज हैं. जहां तक वनडे मैचों की बात है तो जाफर ने दो मैचों में 10 रन बनाए. प्रथम श्रेणी क्रिकेट में जाफर के नाम 57 शतक हैं. 314 उनका सर्वोच्च व्यक्तिगत योग रहा है.