नई दिल्ली: पूर्व भारतीय हरफनमौला क्रिकेटर इरफान पठान ने जोर देकर कहा है कि नस्लवाद सिर्फ त्वचा के रंग तक सीमित नहीं है.
नस्लवाद पर इरफान पठान ने दिया सटीक सवाब - नस्लवाद
इरफान ने ट्विटर पर कहा, "नस्लवाद सिर्फ आपकी त्वचा के रंग तक सीमित नहीं है. अगर आपका विश्वास अलग है और उसकी वजह से सोसाइटी में घर नहीं मिलता, वो भी एक नस्लवाद है."
इरफान ने ट्विटर पर कहा, "नस्लवाद सिर्फ आपकी त्वचा के रंग तक सीमित नहीं है. अगर आपका विश्वास अलग है और उसकी वजह से सोसाइटी में घर नहीं मिलता, वो भी एक नस्लवाद है."
अमेरिका के मिनोपोलिस शहर में पुलिस हिरासत में मारे गए अश्वेत नागरिक जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के बाद पूरी दुनिया में नस्लवाद को लेकर चर्चा जोरों पर है.
नस्लवाद की घटना से खेल का मैदान भी अछूता नहीं रहा है. वेस्टइंडीज के पूर्व कप्तान डैरेन सैमी ने हाल ही में कहा था कि उन्हें आईपीएल में कालू के नाम से बुलाया जाता था.
सैमी ने कहा था कि जब वह सनराइजर्स हैदराबाद में खेलते थे तब उन्हें और श्रीलंका के थिसारा परेरा को कालू बुलाया जाता था. सैमी ने इस पर गुस्सा जाहिर की थी.
सैमी के इस दावे की पुष्टि भारतीय टेस्ट टीम के तेज गेंदबाज ईशांत शर्मा की 2014 में इंस्टाग्राम की पोस्ट ने की है.
ईशांत ने उस समय के सनराइजर्स के खिलाड़ी भुवनेश्वर कुमार, डेल स्टेन, सैमी के साथ की एक फोटो साझा की है जिसके कैप्शन में उन्होंने लिखा है, " मैं, भुवी, कालू और गन सनराइजर्स."