मेलबर्न: ऑस्ट्रेलिया के मुख्य तेज गेंदबाज पैट कमिंस ने पूर्व कप्तान माइकल क्लार्क के दावों को खारिज करते हुए कहा कि 2018-19 में भारत के खिलाफ उनकी टीम ने कम आक्रामकता आईपीएल अनुबंध बचाने के लिए नही बल्कि प्रशंसकों का दिल जीतने के लिए अपनाई थी.
गेंद से छेड़छाड़ के बाद ऑस्ट्रेलियाई टीम की भारत के खिलाफ श्रृंखला दूसरी ही टेस्ट श्रृंखला थी. इस प्रकरण में स्टीव स्मिथ और डेविड वॉर्नर पर निलंबन लगा था.
कमिंस ने एक न्यूज चैनल से कहा, "मुझे लगता है कि भारत के खिलाफ श्रृंखला से छह महीने पहले मीडिया और हर कोई ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम पर टिप्पणी कर रहा था जिससे टीम आगे की दिशा के बारे में काफी स्पष्ट थी कि मैदान पर कम आक्रामकता दिखाई जाएगी."
ऑस्ट्रेलियाई टीम के पूर्व कप्तान माइकल क्लार्क हालांकि उन्होंने क्लार्क के दावे को पूरी तरह खारिज नहीं किया कि कुछ खिलाड़ी आईपीएल अनुबंध गंवाने के डर से भारतीय कप्तान विराट कोहली को दबाव में नहीं ला रहे थे.
उन्होंने कहा, "मैं कहूंगा कि मैदान पर दोस्त बनाने या गंवाने की कोशिश करने की तुलना में यह बड़ा कारण हो सकता है, लेकिन आप कुछ कह नहीं सकते कि कुछ खिलाड़ियों के यह भी कारण हो सकता है."
ऑस्ट्रेलियाई टेस्ट कप्तान टिम पेन ने भी क्लार्क के दावों को खारिज किया था.
गौरतलब है कि माइकल क्लार्क ने हालि में कहा था कि ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी इस कदर भारतीय कप्तान से भय खाते हैं कि इसके कारण उनका आक्रामक रवैया ढीला पड़ गया है.
क्लार्क ने एक टीवी चैनल से कहा, "हर कोई जानता है कि जब खेल की आर्थिक स्थिति की बात होती है तो भारत आईपीएल के कारण कितना मजबूत है, अंतरराष्ट्रीय और घरेलू स्तर पर भी."
उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट और शायद बाकी टीमें भी कुछ दिनों से अलग राह पर चली गई हैं और भारत की चापलूसी करती हैं. वे कोहली और अन्य खिलाड़ियों पर स्लेजिग करने से डरती हूं क्योंकि उन्हें अप्रैल में उनके साथ खेलना होता है."