नई दिल्ली: आईपीएल के 13वें सीजन में अभी 46 दिन बाकी हैं और आठ फ्रेंचाइजियों में से एक के मालिक ने बाकी सात को फोन कर ये बताया कि लीग का मुख्य प्रायोजक वीवो बाहर जा सकता है. बीसीसीआई ने हालांकि कहा है कि घबराने की कोई बात नहीं है.
मामले से संबंध रखने वाले एक बीसीसीआई सूत्र ने कहा है कि स्थिति में कोई बदलाव नहीं हुआ है और अगर किसी को वित्तीय संकट लगता भी है तो घबराने से हल नहीं निकलेगा.
सूत्र ने कहा, "इस समय स्थिति में कोई बदलाव नहीं है. हम समझ सकते हैं कि इस समय किसी को वित्तीय संकट हो सकता है, लेकिन बीसीसीआई के नजरिए से, अगर किसी के लिए बाजार की स्थिति मुश्किल पैदा भी करती है तो भी अनुबंधित राशि में बदलाव करने का कोई निर्णय नहीं लिया गया है. ये सुप्रीम कोर्ट के फैसले के आधार पर है."
उन्होंने कहा, ये बाध्यकारी अनुबंध है और इसी के आधार पर दो पार्टियां बात करती हैं. देखिए बीसीसीआई जैसे संस्थान में रोज कई तरह की छोटी-छोटी चीजें होती हैं, लेकिन इसका मतलब ये नहीं है कि हम घबरा जाएं. किसी ने कुछ बात सुनी और किसी तरह बिना सोच-समझे पैनिक बटन दबा दिया. ठीक है, इस तरह की चीजें आपको अनुभव देती हैं."