नई दिल्ली: भारत के महान लेग स्पिनर अनिल कुंबले ने 1999 में फिरोज शाह कोटला मैदान पर पाकिस्तान के खिलाफ खेले गए टेस्ट मैच की एक पारी में पूरे 10 विकेट लेने के किस्से को याद किया है. कुंबले इतिहास में ये मुकाम हासिल करने वाले दूसरे गेंदबाज हैं. उनसे पहले इंग्लैंड के जिम लेकर ने ये उपलब्धि हासिल की थी.
कुंबले ने जिम्बाब्वे के पूर्व तेज गेंदबाज पॉमलेले मांब्गावा के साथ इंस्टाग्राम पर बात करते हुए कहा, "मेरे लिए ये ऐसा है कि कल ही हुआ हो. ये मेरे लिए काफी खास है. ये वो सीरीज है जो भारत और पाकिस्तान लंबे समय बाद खेल रही थीं. ये दो मैचों की टेस्ट सीरीज थी. पहला चेन्नई में खेला गया था जिसे हम 12 रनों से हार गए थे. कोटला में जाते समय हमें पता था कि हमें जीतना होगा."
कुंबले ने मैच के चौथे दिन की स्थिति को बयां किया जब उन्होंने इतिहास रचा था.
उन्होंने कहा, "मुझे पता है कि जब विकेट का व्यवहार दोहरा होता है या उसमें असीमित उछाल होती है तो मैं ज्यादा प्रभावी होता हूं. अगर ज्यादा स्पिन भी नहीं होती है तो ज्यादा मायने नहीं रखता क्योंकि मैं असीमित उछाल का फायदा उठा सकता हूं."
कुंबले ने बताया कि कैसे उनके साथी तेज गेंदबाज जवागल श्रीनाथ ने आश्वस्त किया था कि वो नौ विकेट के साथ मैच खत्म न करें और इसलिए वो विकेट के बाहर गेंदबाजी कर रहे थे.