नई दिल्ली : विश्व कप के दूसरे हाफ में स्पिनरों को मदद मिलेगी और यही भारत के पिछले इंग्लैंड दौरे पर देखा गया था, जहां कुलदीप ने इंग्लिश बल्लेबाजों को अपने जाल में फंसाया था. कुलदीप के लिए हालांकि विश्व कप से पहले का सफर अच्छा नहीं रहा.
उन्हें हाल ही में आईपीएल के 12वें सीजन में कोलकाता नाइट राइडर्स ने अपनी अंतिम-11 में से भी ड्रॉप कर दिया था. इसकी वजह कुलदीप की फॉर्म थी लेकिन एक चैंपियन की पहचान यही होती है कि वो दमदार वापसी करे और कुलदीप इसके लिए तैयार हैं.
कुलदीप ने मीडिया से बातचीत में कहा,"टी-20 क्रिकेट वनडे क्रिकेट से काफी अलग है. आईपीएल भी वनडे क्रिकेट से अलग है. फ्रेंचाइजी क्रिकेट में किसी तरह का दबाव नहीं होता, लेकिन जब आप भारत के लिए खेलते हो तो दबाव होता है. आप जब भी मैदान पर जाते हो तो दबाव होता है लेकिन अहम बात ये है कि आप किस तरह से अपने को लक्ष्य पाने का प्रयास करते हो. मुझे नहीं लगता कि इससे ज्यादा कोई अतिरिक्त दबाव होता है. यह किसी और चीज से ज्यादा सही चीज को करने का मसला है."
उन्होंने कहा,"मेरे हिसाब से मैं अब एक परिपक्व क्रिकेटर बन गया हूं और टीम के लिए खेलने का प्रयास करता हूं. अगर आपकी टीम के पास एक अच्छा स्पिनर है तो वह किसी भी फॉर्म में असरदार साबित होगा."
मीडिया में अभी ऐसी खबरें आई थीं कि कुलदीप ने कहा कि धोनी भी गलतियां करते हैं. ये साफ तौर पर मीडिया द्वारा एक मजाकिया लहजे में दिए गए बयान को बढ़ा चढ़ा कर बताने वाला मामला है. बल्कि कुलदीप अपने सीनियर खिलाड़ियों की कितनी इज्जत करते हैं उसका पता इस बात से चलता है कि वो अपनी और साथी स्पिनर युजवेंद्र चहल की सफलता का श्रेय धोनी, विराट कोहली और रोहित शर्मा जैसे टीम के वरिष्ठ खिलाड़ियों को देते हैं.