हैदराबाद : भारतीय ऑलराउंडर इरफान पठान का जन्म 27 अक्टूबर 1984 को गुजरात के बड़ोदरा में पठान खानदान में हुआ था. वो अपने बड़े भाई यूसुफ के साथ वडोदरा की एक मस्जिद में पले बढ़े. इरफान के पिता एक मस्जिद में काम करते थे. अपने बचपन के दिनों में इरफान पठान अपने भाई यूसुफ के साथ क्रिकेट खेलते थे. इरफान पठान का ऑस्ट्रेलिया की शिवांगी देव के साथ 10 साल का रिश्ता था जोकि निजी कारणों की वजह से टूट गया था. पठान ने हैदराबाद की सफा बेग से शादी की.
शुरुआती करियर
पूर्व भारतीय कप्तान दत्ता गायकवाड़ की देख रेख में इरफान पठान को अंडर-14 बड़ौदा क्रिकेट टीम में जगह मिली. जिसके बाद राष्ट्रीय टूर्नामेंट में खेलने के लिए उन्हें बड़ौदा की ओर से अंडर-15 में चुना गया. 13 साल की उम्र में साल 1997 में पठान को अंडर-16 टीम में जगह मिली. जहां पर गुजरात के खिलाफ उन्होंने 35 रन देकर 1 विकेट और 12 रन की पारी खेली. हालांकि उसके बाद इरफान को टीम में कम ही जगह मिली.
युवा करियर
2000-01 के शुरुआती सीजन में उनको अंडर-19 टीम में चुना गया. जहां गेंदबाजी के साथ बल्लेबाजी में भी अच्छा किया. उन्होंने 4 मैचों में 10 विकेट लिए 102 रन बनाए. जिसके बाद उन्हें अंडर-22 में जगह मिली. जहां उन्होंने सौराष्ट्र के खिलाफ 44 रन बनाए और 71 रन देकर 4 विकेट लिए. जिसके बाद बड़ौदा सेलेक्टर ने उन्हें सीनियर टीम में चुना.
उन्होंने बंगाल के खिलाफ 2001 में खेलना शुरु किया. उस समय बाएं हाथ के तेज गेंदबाज जहीर खान को राष्ट्रीय टीम के लिए चुना गया. उन्होंने इस सीजन में कुल 7 विकेट लिए और 75 रन बनाए. 2003 में उन्हें अंडर-19 टीम में एशिया यूथ टूर्नामेंट के लिए टीम में चुना गया. जहां पर उन्होंने 3.54 की इकोनामी से 18 विकेट झटके. उन्हें प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट चुना गया. इस टूर्नामेंट में उन्होंने बांग्लादेश के खिलाफ 16 रन देकर 9 विकेट लिए थे, जिसके बाद वो सुर्खियों में आ गए थे. जिसके बाद पठान ने रणजी में अच्छा प्रदर्शन किया और उनको 2003-04 बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी टेस्ट सीरीज के लिए चुना गया.
अंतरराष्ट्रीय करियर
इरफान पठान ने 2003 में एडिलेड में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपना अंतरराष्ट्रीय डेब्यू किया था. 19 साल की उम्र में उन्हें चोटिल जहीर खान की जगह टीम में जगह मिली. इस सीरीज में उन्होंने मैथ्यू हेडन, स्टीव वॉ, एडम गिलक्रिस्ट और रिकी पोटिंग का विकेट लिया था.
टी-20 विश्व कप फाइनल के हीरो इरफान पठान ने किया संन्यास का ऐलान
त्रिकोणीय वनडे सीरीज में ऑस्ट्रेलिया और जिम्बाब्वे के साथ खेल रही भारतीय टीम के गेंदबाज इरफान पठान इस सीरीज में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज रहे. उन्होंने इस सीरीज में 16 विकेट लिए थे. पठान को इस टूर्नामेंट में अपना पहला अंतरराष्ट्रीय मैन ऑफ द मैच अवॉर्ड भी मिला.
इरफान पठान को 2005 इंडियन ऑयल कप के लिए श्रीलंका के खिलाफ टीम में बुलाया गया. साल 2005 में ग्रेग चैपल का ये बतौर कोच पहली सीरीज थी.
पाकिस्तान के खिलाफ ली हैट्रिक
बॉलिंग ऑलराउंडर इरफान पठान ने पाकिस्तान के खिलाफ टेस्ट मैच में हैट्रिक लेकर अपनी गेंदबाजी का लोहा मनवाया था. ये हैट्रिक पठान के लिए बेहद यादगार थी. इरफान पठान एकलौते ऐसे गेंदबाज बने थे जिसने टेस्ट मैच के पहले ओवर में हैट्रिक लिया हो.