दुबई : चेन्नई सुपर किंग्स ने जहां छह मैचों में सिर्फ दो जीत हासिल की हैं वहीं बेंगलोर ने पांच मैचों में तीन जीत हासिल की है. चेन्नई को पिछले मैच में कोलकाता नाइट राइडर्स के हाथों हार मिली थी और यह हार, जीत के करीब पहुंच कर मिली थी. एक समय जीतती दिख रही चेन्नई ने आखिरी के ओवरों में लगातार विकेट खोकर मैच गंवा दिया था.
शेन वॉटसन और अंबाती रायडू टीम को मैच जिताते दिख रहे थे लेकिन इन दोनों के आउट होने के बाद और फिर कप्तान धोनी के जाने के बाद टीम संभल नहीं पाई थी.
वॉटसन और फाफ डु प्लेसिस शानदार फॉर्म में हैं और रायडू भी अपना योगदान दे रहे हैं. रवींद्र जडेजा भी इस सीजन एक अर्धशतक जमा चुके हैं लेकिन फाफ और वॉटसन को छोड़कर कोई निरंतर अच्छा नहीं कर पा रहा है और टीम को जीत के लिए एक संयुक्त प्रदर्शन की जरूरत है.
गेंदबाजी में दीपक चहर और सैम कुरैन सहित शार्दूल ठाकुर ने अच्छा किया है. ये सभी किफायती साबित हुए हैं. पिछले मैच में धोनी ने पीयूष चावला के स्थान पर कर्ण शर्मा को मौका दिया था. कर्ण मे चार ओवरों में 25 रन देकर दो विकेट लिए थे. इसलिए इस मैच में भी उनके खेलने की पूरी संभावना है.
कोलकाता के खिलाफ धोनी ने जडेजा को गेंदबाजी का मौका नहीं दिया था. इस मैच में जडेजा को मौका मिलता है या नहीं यह देखना होगा. पिछले कुछ मैचों में चेन्नई की गेंदबाजी ने पहले से बेहतर किया है और इसलिए धोनी को यहां राहत है लेकिन उनकी सबसे बड़ी समस्या बल्लेबाजी है जहां वो सभी से योगदान की उम्मीद करेंगे, खुद से भी.