नई दिल्ली:बांग्लादेश के तेज गेंदबाज मोहम्मद शरीफ ने शनिवार को क्रिकेट के सभी प्रारुपों से संन्यास लेने की घोषणा कर दी है.
शरीफ ने 17 साल की उम्र में वर्ष 2001 में जिम्बाव्वे के खिलाफ अपने अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत की थी और उन्होंने बांग्लादेश के लिए आखिरी मैच साल 2007 में खेला था. शरीफ हालांकि अपने करियर में ज्यादातर समय चोटिल होने के कारण टीम से बाहर रहे हैं.
उनका 2003 विश्वकप के लिए भी चयन हुआ था लेकिन कई ऑपरेशन के कारण वह टूर्नामेंट से बाहर हो गए थे.
हालांकि, नौ महीने से अधिक समय तक टीम से बाहर रहने के बाद शरीफ एक बार फिर 2007 में टीम में जगह बनाने में सफल रहे थे, ये उनके करियर का आखिरी मैच था. ये मैच उन्होंने कोलंबो में श्रीलंका के खिलाफ तीन से पांच जुलाई 2007 में खेला था.
शरीफ ने खेले गए 10 टेस्ट मैचों में 14 विकेट लिए जबकि नौ वनडे मैचों में 10 विकेट अपने नाम किया. प्रथम श्रेणी क्रिकेट में शरीफ के रिकॉर्ड शानदार है. उन्होंने खेले गए 132 मैचों में 20.03 की औसत से 393 विकेट लिए है, जिसमें 15 बार एक ही मैच में पांच विकेट लेने का कारनामा कर चुके हैं.
इस बीच शरीफ ने बताया की उनकी कंधे की चोट ने उन्हें अचानक संन्यास लेने के लिए मजबूर किया है.
शरीफ ने कहा कि मैंने क्रिकेट के सभी प्रारुपों से संन्यास लेने का फैसला किया है. हालांकि मैं अभी और दो साल खेलना चाहता था. मैं बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (बीसीबी) के साथ आने वाले दिनों में काम करना चाहता हूं. अगर संभव हो तो मैं अपना अनुभव साझा करना चाहूंगा.