सिडनी: सिडनी क्रिकेट ग्राउंड (एससीजी) में भारतीय बल्लेबाजों ने कुछ यादगार पारियां खेली हैं लेकिन ये टीम के लिये भाग्यशाली मैदान नहीं रहा है क्योंकि उसे यहां छह मैचों में पराजय का सामना करना पड़ा. उसने एससीजी पर एकमात्र जीत 42 साल पहले हासिल की थी.
अगर अजिंक्य रहाणे की टीम सिडनी में इतिहास रचकर 2-1 से बढ़त हासिल कर लेती है तो फिर बोर्डर-गावस्कर ट्राफी उसके पास ही बनी रहेगी और ये भारतीय क्रिकेट में सबसे यादगार पलों में से एक होगा. यह इसलिए भी विशिष्ट होगा क्योंकि भारत अपने सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज विराट कोहली और दो प्रमुख तेज गेंदबाजों के बिना इसे हासिल करेगा.
ऐसा हर समय नहीं होता जबकि स्टीव स्मिथ जैसे बल्लेबाजों से सजी आस्ट्रेलियाई बल्लेबाजी को भारतीय गेंदबाजों ने दहशत में डाला हो. मोहम्मद शमी के बाद उमेश यादव के भी बाहर होने के बाद नवदीप सैनी और शार्दुल ठाकुर में से जिसका भी चयन किया जाएगा उसे यह जिम्मेदारी बखूबी निभानी होगी.
ऑस्ट्रेलिया पर भारतीय गेंदबाजों ने किस तरह से दबाव डाला है इसका प्रमाण यह है कि वो 70 प्रतिशत फिट डेविड वार्नर को उतारने की तैयारी कर रहा है ताकि अधर में लटकी उनकी बल्लेबाजी की नैया पार लग सके. आस्ट्रेलियाई टीम अपनी बल्लेबाजी को लेकर कितनी मायूस है उसका अंदाजा कप्तान टिम पेन के बयान से लगाया जा सकता है. पेन ने मैच की पूर्व संध्या पर कहा, ''वो (वॉर्नर) ऊर्जावान और पेशेवर खिलाड़ी है जो तुरंत प्रभाव छोड़ सकता है और बाकी खिलाड़ियों में आत्मविश्वास भर सकता है.''
ऐसी परिस्थितियों में रोहित शर्मा भारतीय टीम से जुड़ते हैं जो इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में खेलते समय चोटिल होने के कारण सीमित ओवरों की श्रृंखला और पहले दो टेस्ट मैचों में नहीं खेल पाये थे. ऑस्ट्रेलिया आने पर सिडनी के एक अपार्टमेंट में दो सप्ताह तक पृथकवास पर रहने के बाद रोहित टीम से जुड़े लेकिन मेलबर्न के एक रेस्तरां में एक उत्साही प्रशंसक के कारण उनके और चार अन्य भारतीय खिलाड़ियों के खिलाफ संभावित जैव सुरक्षा उल्लंघन के लिये जांच बिठायी गयी.
लेकिन रोहित इतने अनुभवी और पेशेवर खिलाड़ी हैं कि इन सब चीजों से उनका ध्यान भंग नहीं होगा और इसका सबूत मंगलवार को मिला जब उन्होंने नेट पर जमकर अभ्यास किया और रविचंद्रन अश्विन जैसे गेंदबाजों का सहजता से सामना किया.