नई दिल्ली:भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने 2015 में घुटने की चोट के बारे में एक बार फिर से बात की है. शमी के चोटिल होने के बाद ऐसी अटकलें लगाई जा रही थीं कि उनका करियर अचानक समाप्त हो रहा है. शमी ने इस साल की शुरुआत में खुलासा किया था कि 2015 में उनके घुटने में फ्रेक्चर था, इसके बावजूद वो विश्व कप में खेले थे. शमी 2015 में भारत के लिए सर्वाधिक विकेट लेने वाले दूसरे गेंदबाज थे.
शमी ने एक कार्यक्रम में कहा, "2015 में, यहां तक कि 2018 में भी मैं चोटिल था और मीडिया में कहा गया था कि मेरा करियर खत्म हो जाएगा. मीडिया में जारी खबरों में कहा गया कि अगर मैं वापसी भी करता हूं तो पहले वो शमी नहीं रहूंगा और मैं भी इससे सहमत था कि मैं वो शमी नहीं हूं, जो कुछ साल पहले था."
उन्होंने कहा, "केवल यही बात सही है जो उन्होंने कहा है. इस टिप्पणी ने मुझे खेल में बेहतर करने के लिए प्रेरित किया जिसके लिए मैं जाना जाता हूं."
शमी आईपीएल के 13वें सीजन में किंग्स इलेवन पंजाब के लिए अब तक बेहतरीन प्रदर्शन कर रहे हैं. वो चार मैचों में अब तक आठ विकेट ले चुके हैं और मौजूदा समय में उनके पास पर्पल कैप है, जोकि लीग में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाजों को दी जाती है.
उन्होंने मानसिक ताकत की मजबूती पर जोर देते हुए कहा, "हर कोई अपने जीवन में किसी न किसी समस्या का सामना करता है. एक लक्ष्य निर्धारित करने और इसे प्राप्त करने के लिए, आपको एक चार्ट की योजना बनाने और उसके अनुसार काम करने की आवश्यकता है. मेरा मानना है कि सभी को जीवन में एक कठिन दौर का सामना करने और सही दिशा में काम करना पड़ता है."
शमी ने आगे कहा, "मुझे याद है कि चोट के बाद, मेरा वजन लगभग 95 किलो था और मुझे लगा कि लोग जो कह रहे हैं वो सच है और मैं इसके बारे में कुछ नहीं कर सकता. लेकिन तब मेरे पास मेरे बेड रेस्ट के 60 दिनों के दौरान मेरे बगल में एक गेंद थी. आपको जीवन में चीजों को भूलना नहीं है और आपको सीखना होगा. आपको परिस्थितियों के अनुकूल होना होगा और आप खुद से झूठ नहीं बोल सकते हैं, खासकर अपने पेशे के संबंध में."