बारबाडोस : भारत के कप्तान रोहित शर्मा ने एकदिवसीय विश्व कप की यादों को ताजा किया है और अक्टूबर में शुरू होने वाले घरेलू अभियान को आशावादी रूप से देखते हुए कहा है कि मेगा इवेंट जीतने के लिए टीम को पूरे महीने या अगले डेढ़ महीने तक अच्छा खेलने और लगातार अच्छा प्रदर्शन करने की जरूरत है.
आपको याद होगा कि भारत पिछले दो पुरुष क्रिकेट विश्व कप की प्रतियोगिता में सेमीफाइनल चरण से आगे नहीं बढ़ पाया है, लेकिन कप्तान रोहित शर्मा का मानना है कि उनकी टीम भारत की 2011 की सफलता का अनुकरण कर सकती है. उसी के हिसाब से उम्मीद करती है.
भारत के कप्तान रोहित शर्मा क्रिकेट विश्व कप 2023 ट्रॉफी टूर के दौरान बारबाडोस में विश्वकप 2023 की ट्रॉफी के साथ तस्वीर खिंचवाते हुए रोहित ने भारत की तैयारी की सराहना की और कहा कि आईसीसी का मेगा इवेंट जीतने के लिए टीम को लगातार अच्छा प्रदर्शन करना होगा.
आईसीसी ने भारत के कप्तान के हवाले से कहा-
"हम इस साल फिर से घर विश्वकप अभियान के लिए वापस आ रहे हैं, इसलिए उम्मीद है कि हम चीजों को बदल सकते हैं. अभी भी एक लंबा रास्ता तय करना है और हम जानते हैं कि आप एक या दो दिनों में विश्व कप नहीं जीत सकते, आपको पूरे समय अच्छा खेलना होगा. महीना, डेढ़ महीना और लगातार अच्छा खेलना होगा.''
रोहित शर्मा ने कहा-
"हम यह सुनिश्चित करने के लिए अपने दृष्टिकोण से हर संभव कोशिश कर रहे हैं कि हम उस विश्व कप के लिए तैयार हैं."
कप्तान रोहित शर्मा व कोहली आपको बता दें कि कई खिलाड़ियों के लिए टूर्नामेंट के सेलेक्शन में रोहित का इनपुट मायने रखेगा और वह टीम में शामिल हो सकेंगे. अबकी बार एक बार फिर से विश्व कप के दौरान बल्ले से रोहित का इनपुट महत्वपूर्ण होगा. उन्होंने 2019 के विश्व कप में रनों का अंबार लगाया था. रोहित ने 81 की औसत से 648 रन बनाते हुए टूर्नामेंट में पांच शतक लगा दिए थे.
रोहित ने कहा-
"मैं 2019 के विश्व कप के दौरान अच्छी मानसिक स्थिति में था. मैं अपने क्रिकेट के बारे में वास्तव में अच्छा महसूस कर रहा था, विश्व कप से पहले वास्तव में अच्छी तैयारी की थी और जब आप उस तरह के टूर्नामेंट में जा रहे हैं, तो आप बस अच्छी शुरुआत करना चाहते हैं, मानसिक और शारीरिक रूप से तरोताजा होने पर ...सब कुछ ठीक हो जाता है. ''
रोहित ने कहा-
"मैंने उस टूर्नामेंट में वास्तव में अच्छी शुरुआत की. अपने पहले मैच में शतक बनाया और फिर.. इसे आगे बढ़ाने के बारे में सोचता रहा.. जाहिर है कि आपने अतीत में जो किया है, उसके बारे में आप बहुत आत्मविश्वास रखते हैं, लेकिन नए सिरे से शुरुआत करते हैं और नई शुरुआत करना बहुत महत्वपूर्ण था. मैं उस समय एक महान मानसिक स्थिति में था और अबकी बार इसे फिर से बनाने के लिए उत्सुक हूं.."
आगामी टूर्नामेंट के लिए प्रेरणा पाने के लिए 36 वर्षीय कप्तान ने कहा कि पुराने विश्वकप की यादों को सजोने की जरूरत है. रोहित ने सबसे पहले 1992 के विश्वकप में अजय जडेजा द्वारा एलन बॉर्डर के कैच का हवाला दिया गया. खतरनाक बाएं हाथ के बल्लेबाज को आउट करने के लिए दौड़ना और डाइव लगाकर कैच पकड़ना शानदार व आधुनिक समय के सीमित ओवरों के क्रिकेट में भारत के बढ़ते कदम का प्रतीक था, जो 2000 के दशक की शुरुआत में सचिन तेंदुलकर के काम के रूप में विकसित हुआ.
रोहित ने कहा-
"मुझे अजय जडेजा का कैच बहुत याद है. मुझे वह इसलिए याद है क्योंकि वह वास्तव में हर किसी के दिमाग में अब भी अटका हुआ है. यह हमारी फील्डिंग को अगले स्तर पर ले गया. मुझे सभी विश्व कपों के हर छोटे से छोटे पल याद हैं. 1999 भी, पहली बात जो दिमाग में आती है वह हर्शल गिब्स का वह कैच है, जिसके कारण उन्हें विश्व कप गंवाना पड़ा. और फिर 2003 जहां भारत ने फाइनल तक बहुत अच्छा खेला. इस साल सचिन तेंदुलकर अपने बल्ले से काफी अद्भुत थे.''
रोहित ने कहा कि 2011 हम सभी के लिए यादगार था, मुझे याद है कि मैंने हर मैच घर से देखा था. हमारे मन में दो तरह की भावनाएं थीं. एक तो जाहिर तौर पर मैं इसका हिस्सा नहीं था, इसलिए मैं थोड़ा निराश था और मैंने फैसला किया कि मैं विश्व कप देखने के लिए नहीं जाऊंगा..लेकिन दूसरी याद जो मुझे याद है वह यह थी कि भारत बहुत अच्छा खेल रहा था. ... बड़ा क्वार्टर फाइनल पाकिस्तान के खिलाफ था और मुझे पता है कि जब आप ये सभी मैच खेलते हैं तो खिलाड़ियों पर कितना दबाव होता है, इसलिए मैं ऐसा कर सकता हूं. केवल कल्पना करें कि उस समय प्रत्येक खिलाड़ी पर क्या गुजरी होगी...और फिर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सेमीफाइनल में युवी (युवराज सिंह) और (सुरेश) रैना ने शानदार प्रदर्शन किया.
रोहित ने कहा कि हम इस तथ्य के बारे में जानते हैं कि हम जिस भी मैदान, हर स्थान पर जाएंगे, हमें भारी समर्थन मिलेगा. यह विश्व कप है, इसलिए हर कोई इसका 12 साल से इंतजार कर रहा था. वहीं विश्वकप भारत में वापस आने का इंतजार कर रहा है. लोग काफी उत्साहित हैं और हम घर पर पहले से ही इसकी चर्चा देख सकते हैं. वे सभी स्थानों पर खेलने के लिए उत्सुक हैं.
रोहित ने कहा कि उन्होंने विश्वकप की ट्रॉफी को इतने करीब से पहले कभी नहीं देखा था. जब हम 2011 में जीते थे, तो मैं टीम का हिस्सा नहीं था, लेकिन यह खूबसूरत है और इसके पीछे बहुत सारी यादें हैं. उम्मीद है कि हम इसे फिर उठा सकते हैं.
--आईएएनएस इनपुट के साथ