एंजलबर्ग: स्विट्जरलैंड बैडमिंटन संघ के अध्यक्ष रॉबर्ट डी कॉक ने कहा है कि वे भारतीय मॉडल का पालन करके अपने देश में बैडमिंटन का विकास करना चाहते हैं. रॉबर्ट डीकॉक के मुताबिक भारत सभी बाधाओं को पार करते हुए अब विश्वस्तरीय बैडमिंटन खिलाड़ी तैयार करने लगा है.
बैडमिंटन को बढ़ावा देने के लिए भारत की राह पर चलेगा स्विट्जरलैंड - World Badminton Championship
स्विट्जरलैंड बैडमिंटन संघ के अध्यक्ष रॉबर्ट डी कॉक ने कहा भारत सभी बाधाओं को पार करते हुए अब विश्वस्तरीय बैडमिंटन खिलाड़ी तैयार करने लगा है. रॉबर्ट डीकॉक के मुताबिक भारतीय मॉडल का पालन करने से उनके अपने देश में बैडमिंटन का विकास होगा.
स्विट्जरलैंड को इस साल अगस्त में बीडब्ल्यूएफ विश्व बैडमिंटन चैम्पियनशिप के 25वें संस्करण की मेजबानी करनी है. डीकॉक ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि एक ऐसा देश जहां फुटबॉल, स्कीइंग, टेनिस और आइस हॉकी सबसे ज्यादा लोकप्रिय खेल बने हुए हैं, वहां अब आम नागरिक बैडमिंटन को लेकर पहले अधिक जागरूक हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि यदि उचित माहौल बनाया जाए तो स्विट्जरलैंड भी विश्वस्तरीय खिलाड़ी तैयार कर सकता है.
दूसरे खेलों में शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं
डीकॉक कहते है,"जब आप स्विट्जरलैंड की बात करते हैं तो आप पहाड़ों और बर्फ की भी बात करते हैं. हम एक अमीर देश हैं. हमारे बच्चे फुटबॉल, स्कीइंग, टेनिस और आइस हॉकी जैसे खेलों में शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं. लेकिन बैडमिंटन जैसा भी एक खेल है, जिसमें हम खुद को असहज पाते हैं. हमारे पास स्विस चैम्पियंस हैं लेकिन हमारे पास शीर्ष खिलाड़ी नहीं हैं."
अन्य देशों के विकास मॉडल को देखने की जरूरत
स्विट्जरलैंड में बैडमिंटन को अधिक लोकप्रिय बनाने के बारे में डीकॉक ने कहा,"स्विट्जरलैंड में बैडमिंटन को अधिक लोकप्रिय बनाने के लिए हमें अन्य देशों के विकास मॉडल को देखने की जरूरत है और इस संबंध में भारत हमारे लिए सबसे अच्छा उदाहरण है. भारत ने सभी बाधाओं को पार करते हुए इस खेल में नई ऊंचाइयों को हासिल किया है और अब वो सभी वर्गो में विश्व स्तरीय खिलाड़ी तैयार कर रहा है, इसलिए हम भारतीय मॉडल का पालन करना चाहेंगे."
आपको बता दें डीकॉक खुद एक बैडमिंटन खिलाड़ी रह चुके है और यूरोपियन, डच और कुल 26 स्विस खिताब जीत चुके हैं.