हैदराबाद : देश के नेशनल बैडमिंटन कोच पुलेला गोपीचंद सोमवार को ईनाडु स्पोर्ट्स लीग के उद्धाटन के मौके पर ईटीवी भारत के साथ खास बातचीत की. इस अवसर पर उन्होंने हेल्थ और फिटनेस को लेकर चर्चा की और बताया कि आजकल के व्यस्त लाइफ स्टाइल में स्पोर्ट्स का जीवन में कितना महत्व है.
खिलाड़ियों की चुनौतियों पर चर्चा करते हुए उन्होंने बैडमिंटन कैलेंडर पर बात की और कहा कि सारे कोचों ने मिलकर विश्व बैडमिंटन संघ को पत्र लिखा है लेकिन हमारी बात मानी जाए ये मुझे मुश्किल लगता है.
पिछले कुछ सालों में देश में स्पोर्ट्स कल्चर बन रहा है?
जरूर, मैं मानता हूं कि पिछले कुछ सालों में देखा जाए तो हमारे देश में खेल के प्रति रूझान है और सरकार के सपोर्ट से ये हुआ है. आज की तारीख में लीग के लिए या सामान्य फिटनेस के लिए जो लोग खेल रहे हैं उसमें बढ़ोत्तरी हुई है. इसमें और बहुत कुछ करने की जरुरत है. स्पोर्ट्स के लिए पिछला दशक काफी अच्छा रहा.
हमारे दैनिक जीवन में स्पोर्ट्स कितना जरुरी है?
गोपीचंद ने कहा कि खेल का हमारे दैनिक जीवन में होना जरुरी है. अगर पिछली पीढ़ी को देखे तो उनके पास समय था कि वो पैदल चलकर भी जाते थे. घर में रहते हुए भी एक्सरसाइज कर लिया करते थे, लेकिन आज समय बदल चुका है लोगों के पास सहुलियत हो गई है. आजकल लोग सीढ़ीयों की जगह लिफ्ट का इस्तेमाल करते हैं.