'सांड की आंख' को करियर के जटिल किरदारों में से एक मानती हैं तापसी पन्नू
मुंबई: अभिनेत्री तापसी पन्नू जल्द ही फिल्म 'सांड की आंख' में नजर आने वाली हैं. फिल्म को लेकर तापसी ने कहा कि एक शार्पशूटर की भूमिका निभाना उनके करियर का सबसे जटिल और कठिन अनुभव है.
तापसी ने शनिवार को अप्रकाशित 100 हिंदी और अंग्रेजी कविताओं वाली एक किताब 'अनरीड' के विमोचन के मौके पर मीडिया से बातचीत के दौरान यह टिप्पणी की.
तापसी और भूमि पेडनेकर फिल्म 'सांड की आंख' में निशानेबाज के किरदार में नजर आएंगी. यह फिल्म देश की सबसे बुजुर्ग महिला शार्पशूटर चंद्रो और प्रकाशी तोमर की कहानी पर आधारित है.
फिल्म की शूटिंग के शेड्यूल के बारे में बात करते हुए तापसी ने कहा, 'हमने नौ दिन की शूटिंग पूरी कर ली है. आठ मार्च को 'बदला' की रिलीज है. मैं शूटिंग जारी रखने के लिए वापस उड़ान भरूंगी.'
अपने अनुभव को साझा करते हुए अभिनेत्री ने कहा, 'यह एक कठिन अनुभव रहा है. मुझे लगता है कि यह मेरे करियर की सबसे जटिल भूमिकाओं में से एक है. मुझे नहीं पता कि मैं इसे कैसे करूंगी. लेकिन मैं हर दिन अपना सर्वश्रेष्ठ देने की कोशिश करूंगी.'
फिल्म का शीर्षक 'सांड की आंख' काफी अलग है. फिल्म के निमार्ताओं द्वारा यह शीर्षक रखे जाने का कारण पूछने पर तापसी ने कहा, 'सांड की आंख का मतलब अंग्रेजी में 'बुल्स आई' होता है यानि लक्ष्य का केंद्र, लेकिन फिल्म में हमने निशानेबाजों का देसी परिवार दिखाया है इसीलिए हमने यह नाम रखा.'
'सांड की आंख' तुषार हीरानंदानी द्वारा निर्देशित और अनुराग कश्यप प्रोडक्शन द्वारा निर्मित है.