मुंबईः अपनी बेबाकी के लिए जाने जाने वाली प्रोमिनेंट एक्टर स्वरा भास्कर ने एक बार फिर देश में लगातार हो रही मॉब लिंचिंग की घटनाओं पर प्रतिक्रिया देते हुए मॉब लिंचिंग को महामारी बताया.
विभिन्न सामाजिक-राजनैतिक मुद्दों पर मुखरता से अपनी राय रखने वाली अभिनेत्री स्वरा भास्कर देश में बढ़ रही मॉब लिंचिंग की घटनाओं के बारे में कहती हैं, 'इस कड़वी सच्चाई से मुंह मोड़ना बहुत मुश्किल है.'
पीएम मोदी को ओपन लेटर लिखने वाले 49 सेलेब्स की कोशिशों की दाद देते हुए अभिनेत्री ने कहा कि इस सबसे निपटने के लिए मजबूत कानून की जरूरत है.
प्रेस से बातचीत करते हुए स्वरा बोलीं, "आज देश में मॉब लिंचिंग महामारी बन गई है और मुझे नहीं लगता कि हम इस कड़वी सच्चाई से मुंह मोड़ सकते हैं. इसमें हेराफेरी करने का कोई तुक नहीं है."
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अभिनेत्री ने इन दुखद घटनाओं पर साथ आए तमाम फिल्ममेकर्स, सिंगर, एक्टर्स और राइटर्स और उनके द्वारा देश में चल रही घटनाओं पर प्रधानमंत्री का ध्यान आकर्षित करने के लिए सराहना की.
स्वरा ने कहा, "मैं मानती हूं कि ये बहुत सराहनीय है कि फिल्मेकर्स, आर्टिस्ट और राइटर्स को देश में क्या चल रहा है इससे फर्क पड़ता है और वे इससे जुड़े हुए हैं."
'निल बटे सन्नाटा' की एक्टर ने ये भी कहा कि इस पर एक कड़ा कानून समय की मांग है. "मैं तो 3-4 साल से मॉब लिंचिंग पर बात करने की कोशिश कर रही हूं यहां तक कि मैंने मानव सुरक्षा कानून की मांग भी की. लेकिन ये अफसोस की बात है कि चीजें बेहतर होने की बजाए और बिगड़ गईं हैं."
मॉब लिंचिंग एक महामारी बन गई है : स्वरा भास्कर मामले को लेकर चिंतित स्वरा ने आगे कहा, "ये बहुत जरूरी है कि जिला प्रशासन जहां ये घटनाएं हुईं हैं वे इसकी पूरी जिम्म्दारी लें. मुझे यकीन है कि पीएम जिनके पास ऐसा करने की क्षमता है वो जरूर इस मामले में कुछ करेंगे."हाल ही में देश भर के 49 सेलेब्रिटीज ने पीएम मोदी को एक ओपन लेटर लिख मॉब लिंचिंग के अपराधियों के लिए मिसाल कायम करने वाली सजा की मांग की. हालांकि इस पत्र पर भी फिल्म फेटर्निटी दो हिस्सों में बंट गया है.लेकिन अखलाक के बाद शुरू हुई जाति और धर्म के नाम पर इस हिंसा को रोकने के लिए फिल्म जगत और बाकी सेलेब्स ने एक कोशिश की. अब देखते हैं कि इस खत का रिजल्ट क्या आता है.