मुंबई:लाइट, कैमरा, एक्शन! ये तीन शब्द ऐसे हैं जिन्हें ज्यादातर निर्देशकों को मुंह से तब सुना जाता है, जब कैमरे के सामने कोई कलाकार होता है, लेकिन कई कलाकार ऐसे भी हैं, जो कैमरे के सामने न होकर कैमरे के पीछे निर्देशन का काम संभाल रहे हैं.
बॉलीवुड में कई सितारों ने निर्देशन की कमान अपने हाथ में ली है. इनमें एक हैं आमिर खान, जिन्होंने व्यावसायिक रूप से सफल फिल्म 'तारे जमीन पर' का निर्देशन किया था. इसी तरह अभिनेत्री नंदिता दास जिनके निर्देशन में बनी 'फिराक' और 'मंटो' को समीक्षकों ने सराहा. इनके अलावा सनी देओल, कंगना रनौत, पूजा भट्ट, श्रेयस तलपड़े, कोंकणा सेन शर्मा और रजत कपूर जैसे अभिनेता भी हैं, जिन्होंने निर्देशक का हैट खुद पहना.
वहीं इस साल कई कलाकारों ने अपनी निर्देशन-कला का परिचय दिया. इनमें सीमा पाहवा, तनिष्ठा चटर्जी और अंशुमन झा प्रमुख हैं. अभिनेत्री सीमा पाहवा, जिन्होंने दूरदर्शन के शो 'हम लोग' में बड़की का किरदार निभाया था, ने हाल ही में एक फिल्म का निर्देशन किया, जिसका नाम 'राम प्रसाद की तेरहवीं' थी.
यह फिल्म हाल ही में जीयो एमएएमआई 21वें मुंबई फिल्म फेस्टिवल में दिखाई गई और लोगों ने इसकी खूब सराहना की थी. वहीं, उनसे पूछे जाने पर कि उन्होंने निर्देशन ही क्यों चुना, तो सीमा ने आईएएनएस से कहा, 'यह बस संयोग था, दरअसल फिल्म मेरी जिंदगी के एक अंश पर आधारित है. कई लोगों ने मुझे किसी अच्छे निर्देशक की तलाश न कर खुद ही इसे निर्देशित करने के लिए कहा और मैंने वही किया.'