'मणिकर्णिका' के लिए कंगना ने की राष्ट्रीय पुरस्कार की मांग, कहा- नहीं मिला तो... - mental hai kya
मुंबई: फिल्म 'मणिकर्णिका-द क्वीन ऑफ झांसी' में मुख्य किरदार निभाने वाली अभिनेत्री कंगना रनौत का मानना है कि अगर उन्हें फिल्म के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार नहीं मिलता है तो यह पुरस्कार देने वाली संस्था की विश्वसनीयता पर सवाल खड़ा करेगा.
कंगना ने शनिवार को अपने 32वें जन्मदिन पर मीडिया से बातचीत करते हुए कहा, 'मैं समझती हूं कि कुछ चीजें ऐसी हैं कि अगर आप उनका सम्मान नहीं करेंगे तो बदले में यह आपके संगठन के लिए भी अपमानजनक होगा.
इसलिए, अगर मैं या मेरी फिल्म 'मणिकर्णिका' को राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार नहीं मिलता है तो यह पुरस्कार समारोह की विश्वसनीयता पर सवाल खड़ा करेगा. लेकिन, यह भी है कि अगर कोई मुझसे बेहतर होगा तो मैं यह जरूर कहूंगी कि वह मुझसे बेहतर है.'
कंगना ने आगे कहा, 'मुझे लगता है कि पिछले साल तब्बू जी ने 'अंधाधुन' में बेहद शानदार काम किया था. उन्होंने जो किया, उसे देखकर मैं हैरान हो गई थी. मुझे लगता है कि आने वाले साल में, यह साफ़ हो जाएगा. अगर मणिकर्णिका से बेहतर कोई परफॉर्मेंस होगी, मैं निश्चित रूप से उसकी प्रशंसा करूंगी, लेकिन मुझे नहीं लगता ऐसा होगा.'
बता दें कि 'मणिकर्णिका' इसी साल 25 जनवरी को रिलीज़ हुई थी. फ़िल्म ने बॉक्स ऑफ़िस पर औसत प्रदर्शन किया और लगभग 94 करोड़ का नेट कलेक्शन किया. इस फ़िल्म से कंगना ने अपनी डायरेक्टोरियल पारी शुरू की. मतभेद के चलते फ़िल्म के डायरेक्टर कृष ने लगभग 70 फ़ीसदी शूट करने के बाद फ़िल्म छोड़ दी थी, जिसके बाद कंगना ने निर्देशन की कमान अपने हाथ में ले ली. क्रेडिट रोल्स में कंगना का नाम कृष के साथ बतौर डायरेक्टर भी आया.
गौरतलब है कि नेशनल फ़िल्म अवॉर्ड से कंगना का पुराना रिश्ता है. कंगना तीन बार नेशनल अवॉर्ड जीत चुकी हैं. उन्होंने मधुर भंडारकर की फ़िल्म 'फ़ैशन' के लिए पहली बार बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस का नेशनल अवॉर्ड जीता था. इसके बाद 'क्वीन' और 'तनु वेड्स मनु रिटर्न्स' के लिए कंगना को बेस्ट एक्ट्रेस के नेशनल फ़िल्म अवॉर्ड से नवाज़ा गया था.