मुंबई :हर तरफ, हर जगह, हर कहीं, आज सिर्फ कृष्ण जन्माष्टमी की धूम है. भारत के साथ-साथ विश्व के कई हिस्सों में भी कृष्ण के जन्मदिन को हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है. मटकी फोड़ के बिना यह त्यौहार कुछ अधूरा सा लगता है. वहीं इस मटकी फोड़ में चार चांद लगते हैं बॉलीवुड के कुछ चुनिंदा गाने, जिसे जन्माष्टमी के इस पावन पर्व पर सुन आप खुद को थिरकने से नहीं रोक पाएंगे.
जी हां...बॉलीवुड के इन गानों के बिना मटकी फोड़ का कार्यक्रम अधूरा लगता है. एक तरफ जहां देशभर में जन्माष्टमी 2019 का त्यौहार धूमधाम से मनाया जा रहा है. वहीं इस मौके पर हम आपको राधा-कृष्णा पर आधारित कुछ ऐसे गाने बताने जा रहे हैं, जो आपके इस त्यौहार को और भी ज्यादा खूबसूरत और मजेदार बना सकता हैं.
तो चलिए एक नजर हिंदी सिनेमा के उन गीतों पर, जो पूरे माहौल को कृष्मयी कर जन्माष्टमी को खास बना देते हैं...
⦁ 1963 में आई फिल्म 'ब्लफ मास्टर' के गोविंदा आला रे... गाने को आज भी सुन दिल थिरकने को मजबूर हो जाता है. इस गाने के वीडियो में शम्मी कपूर अपनी टोली के साथ खूब धूम मचा रहे है. वहीं कल्याणजी-आनंद द्वारा कंपोज किए गए इस गाने को मोहम्मद रफी की आवाज ने चार चांद लगा दिए हैं.
⦁ 1965 में आई फिल्म 'खानदान' का बड़ी देर भई नंदलाला... गाने को भजन के रूप में पेश किया गया था. सुनील दत्त पर फिल्माए इस गाने में भक्त कृष्ण को एक बार फिर प्रकट होकर दुनिया बचाने की गुहार लगाता नजर आ रहा है. इस खूबसूरत भजन और गाने को मोहम्मद रफी ने अपनी अवाज दी है.
⦁ फिल्म 'बदला' में दर्शाया गया गाना शोर मच गया शोर... में शत्रुघ्न सिन्हा ने कृष्ण जन्माष्टमी की लीला को बेहद ही सुंदर तरीके से पेश किया है. 1974 में आई इस फिल्म के गाने को किशोर कुमार ने अपनी आवाज दी थी, जिसे आज भी लोग सुनते हैं तो गुनगुनाए बिना नहीं रह पाते.
⦁ 1979 की फिल्म 'मुकाबला' के तीन बत्ती वाला गोविंदा आला... गाने में सुनील दत्त और शत्रुघ्न सिन्हा के डांस परफॉर्मेंस ने सिल्वर स्क्रीन पर खूब धमाल मचाया था. इस गाने की धुन को सुन हर कोई कृष्ण की लीला में डूब जाता है. मोहम्मद रफी और किशोर कुमार द्वारा गाये इस गीत में जन्माष्टमी की झलकियां बखूबी निभाई गई है.
⦁ विजय शर्मा के निर्देशन में साल 1979 में आई फिल्म 'गोपाल कृष्ण' का तू मन की अति भोरी... यह गीत कृष्ण की बाल लीला को उजागर करता है. चंद्रानी मुखर्जी और विजय येसुदास द्वारा गाय इस गाने में कृष्ण और यशोदा मां की बेहद ही खूबसूरत नोकझोंक का वर्णन किया गया है, जिसे देख आपको बाल कृष्ण की नटखट अदाएं की जरूर याद आ जाएगी.