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मधुबाला के 86वीं जयंती के मौके पर गूगल ने समर्पित किया डूडल

नई दिल्ली: गूगल ने महान अदाकारा मधुबाला की 86वीं जयंती के मौके पर गुरुवार को डूडल उनके नाम समर्पित किया. खास बात है कि आज के ही दिन दुनिया भर में वेलेंटाइन्स डे मनाया जाता है और इस मौके पर डूडल में फिल्म 'मुगल-ए-आजम' के प्रतिष्ठित किरदार अनारकली की तस्वीर नजर आ रही हैं जिसे मधुबाला ने निभाया था.

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Published : Feb 14, 2019, 1:44 PM IST

ह‍िंदी स‍िनेमा के इत‍िहास में जब भी रोमांट‍िक फिल्मों का ज‍िक्र होगा, मुगले आजम का नाम सबसे पहले रखा जाता है. एक ऐसी फिल्म ज‍िसके हर किरदार, हर बात को देखते ही प्यार हो जाए. ज‍िसमें कोई मधुबाला को देखे तो देखता ही रह जाए. मुगले आजम ज‍ितनी द‍िलीप कुमार के लिए याद की जाती ह‍ै उससे कहीं ज्यादा अनारकली का किरदार न‍िभाने वाली मधुबाला के लिए भी याद की जाती है. ये इत्तेकाफ ही है कि मधुबाला का जन्म वैलेंटाइन डे पर यानी 1933 में 14 फरवरी को हुआ था.

मधुबाला का असली नाम बेगम मुमताज जहां देहलवी था. मधुबाला की पूरी जिंदगी का सफर महज 36 साल का है. लेकिन मधुबाला की इस छोटी सी जिंदगी से कई अफसाने जुड़े हैं. इनमें सबसे चर्च‍ित है मधुबाला और ट्रेजडी किंग द‍िलीप कुमार की प्रेम कहानी है.

मधुबाला और दिलीप कुमार की प्रेम कहानी 1951 में आई फिल्म तराना के सेट से शुरू हुई थी. दोनों को पहली नज़र में एक-दूसरे से प्यार हो गया था. कहते हैं, मधुबाला ने अपने इश्क के इजहार के लिए दिलीप कुमार के मेकअप रूम में एक पर्ची और गुलाब भेजा था. दोनों की जोड़ी को रील लाइफ में भी कई फिल्मों में सराहा गया. दिलीप कुमार ने कहा है कि मधुबाला बहुत ही जिंदादिल और एक्ट‍िव इंसान थीं. उन्हें मेरे जैसे संकोची और शर्मीले व्यक्ति के साथ बात करने में कोई दिक्कत नहीं होती थी. लेकिन मधुबाला के पिता को उनकी लव लाइफ से बहुत परेशानी थी.

फिल्म मुगल-ए-आजम की शूटिंग के दौरान जब दिलीप कुमार की शूटिंग नहीं भी होती तो वो मधुबाला से मिलने फिल्म सेट पर आ जाया करते थे और चुपचाप खड़े होकर मधुबाला को शूटिंग करते निहारते रहते.
मुगले आज़म फिल्म को बनने में लगभग 10 साल का समय लगा था, इसी दौरन दिलीप कुमार और मधुबाला के बीच प्रेम हुआ और फिल्म की शूटिंग खत्म होते होते इनके प्यार ने भी नया मोड़ ले लिया.
इसी दौरान दिलीप कुमार ने अपनी सबसे बड़ी बहन सकीना को शादी का पैग़ाम लेकर मधुबाला के घर भेजा और कहा कि अगर मधुबाला के पिता तैयार हों, तो वो सात दिन बाद ही मधुबाला से शादी करना चाहते हैं, लेकिन मधुबाला के पिता अताउल्ला खान ने इस रिश्ते से साफ इंकार कर दिया. अब तक मधुबाला के मान से दिलीप कुमार के लिए प्यार खत्म नही हुआ था, हालांकि मधुबाला के लिए सबसे बड़ी मुसीबत थी, पिता और दिलीप कुमार में से किसी एक को चुनना, जबकि वो दोनों से हद से ज्यादा प्यार करती थीं.

समय आगे बढ़ता गया और फिर ऐसा समय भी आया जब इन दोनों के प्यार का सामना एक भूचाल से हुआ. इस दौरान फिल्म ढाके की मलमल की शूटिंग के दौरान दिलीप कुमार ने अभिनेता ओम प्रकाश के सामने मधुबाला से कहा कि वो आज ही उन्हें अपने साथ ले जाकर उनसे शादी करना चाहते हैं. दिलीप साहब ने कहा कि उनके घर पर एक काज़ी मौजूद है और शादी की सारी तैयारियां भी हो गई हैं और वो चाहते हैं कि मुधबाला फौरन उनके साथ चलें.

लेकिन इसके साथ ही दिलीप साहब ने अपनी मोहब्बत मधुबाला के सामने एक बड़ी शर्त रख दी और वो शर्त ये थी कि शादी के बाद मधुबाला को अपने पिता से सारे रिश्ते तोड़ने होंगे. दिलीप की इस बात पर मधुबाला एक दम चुप हो गईं, तब उन्होंने कहा कि क्या इसका मतलब नहीं है, लेकिन मधुबाला ने अपनी खामोशी नहीं तोड़ी. इस दौरान दिलीप कुमार ने ये भी कहा कि अगर आज वो चले गए तो फिर कभी लौट कर नहीं आएंगे, लेकिन इसके बाद भी मधुबाला खामोश रहीं और साहब वहां से चले गए.

लेकिन यहां पूरी कहानी खत्म नही हुई, क्योंकि दिलीप कुमार मधुबाला की जिंदगी से तो चले गए, लेकिन ये दोनों अब भी कुछ फिल्मों में साथ काम कर रहे थे. मुगल ए आज़म अभी पूरी नहीं हुई थी और बी आर चोपड़ा की फिल्म नया दौर की आउटडोर शूटिंग का समय भी आ चुका था. फिल्म की चालीस दिन की शूटिंग भोपाल में होनी थी, लेकिन मधुबाला के पिता अताउल्लाह खान ने उन्हें भोपाल भेजने से साफ इंकार कर दिया.
इस दौरान बीआर चोपड़ा ने भी मधुबाला के पिता को काफी समझाया लेकिन वो नहीं माने जिससे नाराज चोपड़ा ने मधुबाला को उस फिल्म से ही निकाल दिया और वैजयंती माला को फिल्म की हीरोइन साइन कर लिया.

इतना सब कुछ होने के बाद भी अभी दिलीप कुमार और मधुबाला को मुगल-ए-आजम फिल्म के लिए एक थप्पड़ वाला सीन करना था, जिसमें दिलीप साहब को मधुबाला के गालों पर थप्पड़ मारना था, ऐसे में मधुबाला से नाराज साहब ऐसा जोरजार तमाचा मारा, जिससे ऐसा लगा कि ये कोई फिल्म की शूटिंग नहीं बल्कि प्यार में धोखा खाए आशिक की रंजिश है.
बाद में मधुबाला ने किशोर कुमार संग शादी की. दोनों की जोड़ी पर्दे पर खूब पसंद की गई. लेकिन ब‍िगड़ी तब‍ियत ने मधुबाला का साथ नहीं द‍िया. 23 फरवरी, 1969 को मधुबाल ने आख‍िरी सांस ली.
बॉलीवुड की मर्लिन मुनरो कही जाने वाली मधुबाला की परवरिश मुंबई की झुग्गी बस्तियों में हुई थी. उन्होंने नौ साल की उम्र में बतौर बाल कलाकार काम करते हुए अपने परिवार की आर्थिक सहायता करनी शुरू कर दी थी.

1933 को दिल्ली में जन्मी मधुबाला का असली नाम मुमताज जहां बेहम देहलवी था.

इस डूडल को बेंगलुरू के कलाकार मुहम्मद साजिद ने बनाया है जिसमें मधुबाला की उनके प्रसिद्ध गीत 'प्यार किया तो डरना क्या' की एक नृत्य मुद्रा वाली एनिमेटेड तस्वीर नजर आ रही है.
मधुबाला ने अपनी पहली फिल्म बेबी मुमताज के रूप में की थी. इसके बाद 1947 में उन्होंने 'नील कमल' में मुख्य भूमिका निभाई थी.

मधुबाला ने अपने माता-पिता और चार बहनों के लिए कड़ी मेहनत की. वो साल 1949 में नौ फिल्मों में नजर आईं जिसमें अशोक कुमार के साथ ब्लॉकबस्टर फिल्म 'महल' भी शामिल थी और इसी फिल्म में उन्होंने अपने शानदार अभिनय से लोगों का दिल जीत लिया.

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