मुंबई : 10 अप्रैल 1985 को मुंबई में जन्मीं आयशा टाकिया ने 'कॉम्प्लान गर्ल' बनकर 15 साल की उम्र से ही कैमरे का सामना करना शुरू कर दिया था. इसके बाद वह कई टीवी कमर्शियल में नजर आईं.
टीवी कमर्शियल के अलावा आयशा को फाल्गुनी पाठक के गाने 'मेरी चुनरी उड़ उड़ जाए' और एक म्यूजिक वीडियो 'जान लिखूं जानम लिखूं' में भी देखा गया. इस गाने में उनके साथ शाहिद कपूर नजर आए. इसके अलावा म्यूजिक वीडियो 'शेक इट डेडी' में 'नहीं नहीं अभी नहीं' गाने के रीमिक्स वीडियो में भी वह दिखाई दीं.
इन गानों के जरिए वह सभी की नजरों में आ गईं और उन्हें कई फिल्मों के ऑफर मिले. उन्होंने पहले फिल्म 'सोचा न था' साइन की और फिर 'टार्जन : द वंडर कार'. हालांकि 'सोचा न था' को बनने में वक्त लगा और 'टार्जन' पहले रिलीज हो गई. इस तरह उनकी डेब्यू फिल्म बनी 'टार्जन'. साल 2004 में आई इस फिल्म में अपनी शानदार परफॉर्मेंस के लिए आयशा ने फिल्मफेयर बेस्ट डेब्यू अवॉर्ड अपने नाम कर लिया.
लेकिन इसके बाद उन्होंने जो फिल्में की. वे बॉक्सऑफिस पर कुछ खास कमाल नहीं दिखा पाईं. लेकिन साल 2006 में आई 'डोर' में आयशा के काम को सराहा गया. इस फिल्म में वह एक राजस्थानी विधवा लड़की के किरदार में नजर आई थीं.
इस फिल्म में उनके बेहतरीन प्रदर्शन के लिए उन्हें कई अवॉर्डस से भी नवाजा गया. जिसमें स्क्रीन अवॉर्ड फॉर बेस्ट एक्ट्रेस (क्रिटिक्स), जी सिने अवॉर्ड-क्रिटिक चॉइस बेस्ट एक्ट्रेस, बंगाल फिल्म जर्नलिस्ट एसोसिएशन-बेस्ट एक्ट्रेस अवॉर्ड और स्टारडस्ट बेस्ट सपोर्टिग एक्ट्रेस अवॉर्ड शामिल हैं.