मुंबई : एक्टर विक्रांत मैसी आज किसी पहचान के मोहताज नही हैं. टीवी की दुनिया हो, फिल्में हों, शॉर्ट फिल्म्स हों या वेब सीरीज. हर जगह विक्रांत मैसी की शानदार एक्टिंग का जलवा नजर आता है. सीधा साधा लड़का, एक क्रिमिनल या फिर रोमांटिक बॉयफ्रेंड. विक्रांत हर किरदार के साथ न्याय करते दिखाई देते हैं. आज एक्टर अपना 33वां जन्मदिन मना रहे हैं. तो इस मौके पर जान लेते हैं कि सभी के दिलों में खास जगह बनाने के लिए विक्रांत ने की कितनी मेहनत और कैसे पहुंचे वह इस मुकाम तक जहां वह आज हैं.
3 अप्रैल 1987 को मुंबई में जन्में विक्रांत एक बहुत अच्छे डांसर हैं. उन्होंने 7 साल की उम्र में डांस और थिएटर परफॉर्मेंसेस के साथ स्टेज पर कदम रखा. अपने शिक्षकों और स्कूल के प्रिंसिपल के समर्थन और मार्गदर्शन के साथ, उन्होंने काफी कम उम्र में परफॉर्मिंग आर्ट्स को अपनी करियर को तौर पर चुन लिया.
मैसी एक प्रशिक्षित बैले डांसर भी हैं. उन्होंने श्यामक डावर के साथ काम किया है और उनके शो 'धूम मचाओ धूम' में वह कोरियोग्राफर के रोल में नजर आए थे.
विक्रांत ने साल 2004 में सीरियल 'कहां हूं मैं' के साथ टीवी की दुनिया में कदम रखा. इसके बाद टीवी शो 'धर्मवीर', 'बालिका वधू', 'बाबा ऐसो वर ढूंढो' और 'कुबूल है' जैसे सीरियल में निभाए उनके किरदारों से वह घर-घर में जाना पहचाना नाम हो गए.
साल 2013 में आई फिल्म 'लुटेरा' के साथ विक्रांत ने बॉलीवुड की दुनिया में कदम रखा. इसके बाद 'दिल धड़कने दो', 'हाफ गर्लफ्रेंड' और 'लिपस्टिक अंडर माई बुरका' जैसी फिल्मों में उनकी एक्टिंग की खूब सराहना की गई.
कोंकणा सेन शर्मा के निर्देशन में बनी क्रिटिक्ली अक्लेम्ड फिल्म 'अ डेथ इन द गूंज' में विक्रांत की शानदार एक्टिंग को काफी सराहा गया. इस फिल्म के लिए उन्हें फिल्मफेयर के बेस्ट एक्टर क्रिटिक्स कैटेगरी में नॉमिनेशन भी मिला.