सैन फ्रांसिस्को: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कई ऐसे वीडियो (वायरल फेक वीडियो) सोशल मीडिया पर साझा किए, जो वायरल हो गए थे. ट्रंप के 84 मिलियन फॉलोअर्स हैं.
सीएनबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, दक्षिणपंथी प्रकाशन ब्रीटबार्ट द्वारा बनाए गए वायरल फर्जी वीडियो में सफेद लैब कोट पहने लोगों को वॉशिंगटन डी.सी. में सुप्रीम कोर्ट के बाहर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का मंचन करते दिखाया गया.
उन्होंने दावा किया कि मलेरिया-रोधी दवा हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन 'कोरोना का इलाज' है और कोरोना वायरस के प्रसार को धीमा करने के लिए 'आपको मास्क की आवश्यकता नहीं है'.
एनबीसी न्यूज के मुताबिक, सोमवार (27 जुलाई) की रात तक, फेसबुक पर वीडियो को 20 मिलियन व्यूज मिले.
वीडियो में दावा किया गया, 'इस वायरस का इलाज है, इसे हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन, जिंक और जिथ्रोमैक्स कहा जाता है. आपको मास्क की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि इसका इलाज है.'
अमेरिका के फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एफडीए) ने क्लोरोक्वीन और हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन के आपातकालीन उपयोग का अनुमोदन पहले ही समाप्त कर दिया है. एफडीए का कहना है कि कोरोना के इलाज में इसके प्रभावी होने की संभावना नहीं थी.
फेसबुक, ट्विटर, यू-ट्यूब ने हटाया कोरोना इलाज से जुड़ा फर्जी वीडियो