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जानें जीरोग्राफी के आविष्कारक चेस्टर फ्लॉयड से जुड़ी रोचक बातें

22 अक्टूबर 1938 को पहली जीरोग्राफिक प्रतिलिपि, न्यूयॉर्क शहर के क्वींस के एस्टोरिया अपार्टमेंट में एक ब्यूटी पार्लर के पीछे मेकशिफ्ट प्रयोगशाला में बनाई गई थी. चेस्टर एफ कार्लसन ने पहली इलेक्ट्रोफोग्राफिक इमेज का उत्पादन किया. यह जिरॉक्स मशीन का अग्रदूत है.

Chester Floyd Carlson , Xerography
चेस्टर फ्लॉयड कार्लसन ने जीरोग्राफी का आविष्कार किया था

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Published : Oct 22, 2020, 3:13 PM IST

Updated : Feb 16, 2021, 7:31 PM IST

हैदराबाद:चेस्टर फ्लॉयड कार्लसन ने एक साधारण आविष्कार के साथ व्यवसायों को संचालित करने के तरीके में क्रांति ला दी, जिसे हम जिरॉक्स के नाम से जानते है. उन्होंने 1938 में क्वींस, न्यूयॉर्क शहर में एक छोटे एस्टोरिया अपार्टमेंट में दुनिया की पहली जीरोग्राफिक प्रतिलिपि (कॉपी) का उत्पादन किया. चेस्टर एफ कार्लसन ने पहली इलेक्ट्रोफोग्राफिक इमेज का उत्पादन किया. यह जिरॉक्स मशीन का अग्रदूत है.

चेस्टर फ्लॉयड कार्लसन ने जीरोग्राफी का आविष्कार किया था
चेस्टर फ्लॉयड कार्लसन ने जीरोग्राफी का आविष्कार किया था

न्यूयॉर्क शहर के क्वींस के एस्टोरिया अपार्टमेंट में एक ब्यूटी पार्लर के पीछे एक अस्थाई प्रयोगशाला में 22 अक्टूबर, 1938 को पहली जीरोग्राफिक कॉपी बनाई गई थी.

  • चेस्टर एफ कार्लसन ने पहली इलेक्ट्रोफोग्राफिक इमेज का उत्पादन किया. यह जिरॉक्स मशीन का अग्रदूत है.
  • कार्लसन ने कई वर्षों तक अपने आविष्कार को बेचने की कोशिश की और एक कंपनी की खोज में थें, जो इसको एक उपयोगी उत्पाद के रूप में विकसित करने करे. लेकिन इसे राष्ट्रीय आविष्कारक परिषद सहित 20 से अधिक कंपनियों द्वारा ठुकरा दिया गया.
  • कार्लसन ने बाद में याद करते हुए कहा कि किसी को यह समझाना कितना मुश्किल था कि मेरी छोटी प्लेटों और रफ इमेज में नए उद्योग की जबरदस्त कुंजी रखी है.
  • आखिरकार, 1944 में एक गैर-लाभकारी अनुसंधान संगठन बैटल मेमोरियल इंस्टीट्यूट ने कार्लसन के साथ एक रॉयल्टी समझौते पर हस्ताक्षर किए और इस प्रक्रिया को विकसित करना शुरू किया. तीन साल बाद, बैटल नेहैलॉइड नामक एक छोटी फोटो पेपर कंपनी के साथ एक समझौता किया (जिसे बाद में जीरोक्स के रूप में जाना गया), बैटल ने हैलॉइड को जीरोग्राफिक मशीन विकसित करने का अधिकार दिया.
  • कार्लसन ने अपनी मामूली क्वींस प्रयोगशाला में पहली जीरोग्राफिक कॉपी बनाने के इक्कीस साल बाद पहला ऑफिस कॉपियर 1959 में बनाया.
  • जिरोक्स 914 कापियर सादे कागज पर एक बटन के स्पर्श से जल्दी से प्रतियां बना सकता था और यह एक अभूतपूर्व सफलता थी.
  • 1960 के दशक में भी जब 914 और उत्तराधिकारी उत्पाद जिरोक्स का गौरव बिखेर रहे थे, कार्लसन गुमनामी को पसंद करते हुए पीछे ही रहे और उन्होंने पूछने पर ही अपनी राय दी. एक करोड़पति होने के बावजूद, वह आम जीवन जीते थें.उन्होंने 1968 में अपनी मृत्यु के समय तक विभिन्न नींवों और दान के लिए अनुमानित 100 मिलियन डॉलर दिए.
  • कार्लसन के अंतिम वर्षों में उन्हें अपने अग्रणी काम के लिए दर्जनों सम्मान भी दिए गए, जिसमें 1964 में इन्वेंटर ऑफ द ईयर और 1966 में होरेशियो अल्जीरिया अवार्ड शामिल हैं.
  • 1965 में अमेरिकी पेटेंट प्रणाली की 175 वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में उन्होंने अपने कुछ मूल उपकरण और पहले जेरोग्राफिक प्रिंट को स्मिथसोनियन इंस्टीट्यूशन को दिया, जहां यह अभी भी प्रदर्शन(डिस्प्ले) पर है.
  • संक्षेप में, जिरोक्स 914 एक आश्चर्यजनक सफलता थी जो अब तक के सबसे सफल एकल उत्पादों में से एक है. इसने एक प्रमुख निगम का शुभारंभ किया और उद्योग में क्रांति ला दी. 1961 में, हैलॉइड जिरॉक्स ने जिरॉक्स का नाम लिया और इसका स्टॉक न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध किया गया था.

आज, जीरोग्राफी दुनियाभर में नकल उद्योग की आधारशिला है और कार्लसन ने एक अमीर और बहुत सम्मानित व्यक्ति के रूप में अपने जीवन जिया. लेकिन वह विनम्र और उदार दोनों बने रहे, उन्होंने अपनी मृत्यु से पहले चैरिटी के लिए $ 100 मिलियन का दान दिया.

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Last Updated : Feb 16, 2021, 7:31 PM IST

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