मॉस्को: रशिया स्पेस कोर्पोरेशन और नासा ने शनिवार को बताया कि रशिया का एक सप्लाई स्पेस क्राफ्ट बिना चालक दल के इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर पहुंचा. लेकिन वह अपना कूलेंट प्रेशर खो बैठा. गनिमत की बात ये है कि इस हादसे से इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन के क्रू मेंबर को कुछ नहीं हुआ, वो सुरक्षित है. हालांकि रोस्कोस्मोस ने यह नहीं बताया कि सप्लाई स्पेस क्राफ्ट में कूलेंट प्रेशर लीक का क्या कारण हो सकता है. Roscosmos (रुसी अंतरिक्ष एजेंसी) ने कहा कि स्टेशन और प्रोग्रेस MS-21 के बीच हैच को बंद कर दिया गया था, इसलिए कूलेंट प्रेशर के नुकसान ने ओर्बिटिंग आउटपोस्ट (अंतरिक्ष में स्पेस के आस- पास का एरिया) को प्रभावित नहीं किया.
इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर टेम्परेचर और प्रेशर नॉर्मल है. इसलिए वहां के क्रू मेंबर के स्वास्थय और सुरक्षा के लिए खतरे की कोई बात नहीं है. Roscosmos के शुरुआती बयान ने यह स्पष्ट नहीं किया कि क्या पूरे मालवाहक जहाज या इसके कुछ सिस्टम ने दबाव खो दिया है. लेकिन Roscosmos के चालक दल के कार्यक्रमों के प्रमुख सर्गेई क्रिकेलेव ने बाद में स्पष्ट किया कि शिल्प के शीतलक पाश का अवसाद था. नासा ने कहा कि उसके विशेषज्ञ कूलेंट प्रेशर लीक समस्या के निवारण में अपने रूसी समकक्षों की मदद कर रहे हैं. अधिकारी सभी अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन प्रणालियों की निगरानी कर रहे हैं और किसी अन्य मुद्दे पर नजर नहीं रख रहे हैं.'
चालक दल, जिसे कूलिंग लूप रिसाव के बारे में सूचित किया गया था, कोई खतरा नहीं है और सामान्य अंतरिक्ष स्टेशन के संचालन के साथ जारी है. गौरतलब है कि सप्लाई स्पेस क्राफ्ट को उसके निर्धारित निपटान से पहले ही कचरे से भर दिया गया था. क्राफ्ट को 18 फरवरी को स्टेशन से उतारने और वातावरण में जलने के लिए डीऑर्बिट करने के लिए तैयार किया गया है. यह खबर तब आई जब इस घटना के कुछ समय बाद ही एक नया सप्लाई स्पेस क्राफ्ट वहां गया. Progress MS-22 के जरिए वैज्ञानिक उपकरणों के साथ लगभग तीन टन भोजन, पानी और ईंधन पहुंचाया गया.