बेंगलुरु:आईबीएम(IBM) ने बुधवार को एक नए साइबर सुरक्षा केंद्र(ibm new cyber security center) की घोषणा की जो एशिया प्रशांत (APAC) क्षेत्र की कंपनियों को साइबर हमले के बढ़ते खतरे का प्रबंधन करने के लिए प्रशिक्षित करेगा. कंपनी ने यह भी बताया की बेंगलुरू स्थित नया आईबीएम सुरक्षा कमांड सेंटर इमर्सिव ट्रेनिंग सिमुलेशन प्रदान करता है. यह उद्योग-अग्रणी ऑडियो और विजुअल प्रभावों के साथ-साथ लाइव मैलवेयर, रैंसमवेयर और अन्य हैकर टूल को विफल करने में मदद करेगा.
आईबीएम ने इसे विभिन्न उद्योगों के दर्जनों विशेषज्ञों के परामर्श से आपातकालीन और आपदा प्रतिक्रिया प्रशिक्षण मॉडल के बाद सिमुलेशन तैयार किया, जिसमें आपातकालीन चिकित्सा प्रतिक्रियाकर्ता, सक्रिय कर्तव्य सैन्य अधिकारी और इसकी घटना प्रतिक्रिया विशेषज्ञ शामिल हैं. इसके साथ ही यह कस्टमाइज एक्सपीरिएंस और वर्कशॉप्स भी प्रदान कर सकता है जो संगठनों की सुरक्षा आवश्यकताओं और उद्देश्यों के अनुरूप हैं.
इस पर केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा, मेरा मानना है कि आईबीएम द्वारा शुरू किया गया साइबर सुरक्षा हब न केवल जागरूकता, बल्कि एक सुरक्षित साइबर स्पेस बनाने में क्षमताओं और प्रतिभा का एक इकोसिस्टम बनाने में एक लंबा सफर तय करेगा. उन्होंने कहा कि वह डिजिटल इंडिया मिशन को साकार करने और यह सुनिश्चित करने के लिए कि भारतीय साइबर स्पेस सुरक्षित और विश्वसनीय बना रहे, सरकारी एजेंसियों के साथ आईबीएम की साझेदारी की आशा करता है.
आईबीएम ने एक नए सुरक्षा संचालन केंद्र (SOC) में भी निवेश किया है जो आईबीएम के मौजूदा वैश्विक एसओसी के विशाल नेटवर्क का हिस्सा है और दुनिया भर के ग्राहकों को 247 सुरक्षा प्रतिक्रिया सेवाएं प्रदान करता है. नए आईबीएम साइबर सुरक्षा केंद्र सभी प्रकार के संगठनों के लिए आज के समय की सबसे महत्वपूर्ण आवश्यकता को पूरा करने में मदद करेंगे. इसके साथ ही यह सुरक्षा रणनीतियों में तेजी लाने और सुरक्षा-प्रथम दृष्टिकोण के साथ व्यावसायिक प्राथमिकताओं को अलाइन करने में मदद करेंगे.