सैन फ्रांसिस्को: गूगल ने दो नए फीचर के बारे में जानकारी दी है. पहला ये कि जो लोग स्क्रीन रीडर पर निर्भर हैं, उनके लिए पीडीएफ को सुलभ बनाने के लिए, गूगल ने कहा है कि वह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) की मदद से इस समस्या को ठीक करने में मदद करने के लिए बिल्ड-इन क्रोम ब्राउजर फीचर बना रहा है. दूसरा फीचर है- गूगल वीडियो कम्युनिकेशन सर्विस 'मीट' में एक नया कंपेनियन मोड चेक-इन फीचर शुरू कर रही है. कंपनी क्रोमओएस पर क्रोम ब्राउजर में पीडीएफ के लिए इमेज को टेक्स्ट में बदलने की क्षमता जोड़ रही है, जिसका मतलब है कि जिस पीडीएफ में ऑल्ट टेक्स्ट नहीं है, उसमें भी स्क्रीन रीडर इमेज को टेक्स्ट में बदलकर उसे पढ़कर सुना सकता है. बता दें कि ऑल्ट टेक्स्ट इमेज के साथ जुड़ा हुआ उसका विवरण होता है, जिसे स्क्रीन रीडर पढ़ सकता है.
कंपनी 'गेट इमेज डिस्क्रिप्शन' फीचर का विस्तार कर रही है और पीडीएफ में और भी अधिक कार्यक्षमता जोड़ रही है, जिसे 2019 में लॉन्च किया गया था.गूगल के अनुसार, इमेज डिस्क्रिप्शन क्रोऐशियन, चेक, डच, इंग्लिश, फिनिश, फ्रेंच, जर्मन, हिंदी, इंडोनेशियाई, इतालवी, नॉर्वेजियन, पुर्तगाली, रूसी, स्पेनिश, स्वीडिश और तुर्की में उपलब्ध हैं. कंपनी क्रोम ब्राउजर में 'रीडिंग मोड' टूल भी ला रही है, जिसकी घोषणा उसने मार्च में की थी. टूल फॉन्ट को बड़ा कर और डिस्ट्रैक्शन को दूर कर छात्रों के लिए टेक्स्ट को पढ़ना आसान बना देगा. रीडिंग मोड सभी कंप्यूटरों पर क्रोम ब्राउजर के लिए भी उपलब्ध होगा. कंपनी ने कहा कि रीडिंग मोड और इमेज-टू-टेक्स्ट दोनों आने वाले महीनों में शुरू हो जाएंगे.
वीडियो कम्युनिकेशन सर्विस मीट में नया चेक-इन फीचर
टेक दिग्गज गूगल ने घोषणा की है कि वह वीडियो कम्युनिकेशन सर्विस 'मीट' में एक नया कंपेनियन मोड चेक-इन फीचर शुरू कर रही है. टेक दिग्गज ने गुरुवार को वर्कस्पेस अपडेट्स ब्लॉगपोस्ट में कहा, कॉन्फ्रेंस रूम से वर्चुअल मीटिंग में शामिल होने की चुनौतियों में से एक यह है कि रूम में मौजूद लोगों की पहचान व्यक्तियों के बजाय कॉन्फ्रेंस रूम के नाम से की जाती है.