नई दिल्ली : कांग्रेस ने बुधवार को दिल्ली छावनी क्षेत्र में नौ वर्षीय दलित लड़की के कथित बलात्कार और हत्या के मामले में केंद्र और दिल्ली सरकार (Central and Delhi Government) दोनों पर तीखा हमला किया और पीड़ित को न्याय दिलाने के लिए एससी / एसटी आयोग के गठन की भी मांग की.
इससे पहले आज कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Congress leader Rahul Gandhi) ने नौ वर्षीय मृतक बलात्कार पीड़िता (rape victim) के परिवार से मुलाकात की, जिसके बाद भाजपा ने उन पर पूरे मामले का राजनीतिकरण करने का आरोप लगाया.
दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष (Delhi Congress President) अनिल चौधरी (Anil Chaudhary) ने ईटीवी भारत से कहा, 'भाजपा को खुद पर शर्म आनी चाहिए, प्रधानमंत्री को अपने नेताओं की ओर से इस तरह के बयान देने के लिए माफी मांगनी चाहिए.'
दिल्ली पुलिस के आंकड़ों के अनुसार, 2014 से 2021 के बीच राष्ट्रीय राजधानी (National capital) में 15,000 से अधिक दुष्कर्म के मामले सामने आए हैं. राहुल गांधी (Rahul Gandhi) को वहां क्यों जाना पड़ा? क्योंकि दलित परिवार (Dalit family) होने के कारण पुलिस इस मामले में प्राथमिकी दर्ज करने को भी तैयार नहीं थी.
ईटीवी भारत से बात करते अनिल चौधरी उन्होंने कहा, 'ऐसा बयान देना न केवल उस लड़की का अपमान है, बल्कि हमारे देश के लोकतंत्र पर भी हमला है.'
राहुल गांधी के दौरे के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री (Delhi Chief Minister) अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) भी परिवार से मिलने दिल्ली छावनी क्षेत्र का दौरा किया, जहां उन्होंने इस कथित बलात्कार मामले में मजिस्ट्रेट जांच (magisterial inquiry) की घोषणा की.
इस बीच दिल्ली कांग्रेस प्रमुख ने केजरीवाल पर हमला करते हुए कहा, 'दिल्ली के मुख्यमंत्री अवसरवादी हैं. वह परिवार से पहले क्यों नहीं गए? कांग्रेस नेताओं के मौके पर पहुंचने के बाद उन्होंने अपनी यात्रा के बारे में ट्वीट किया.मुझे नहीं पता कि दिल्ली विस्टा सिटी (Vista city ) बन गई है या नहीं, लेकिन यह निश्चित रूप से बलात्कारियों का अड्डा बन गया है. वे दिल्ली में सबसे ज्यादा सुरक्षित महसूस करते हैं. इसके लिए कौन जिम्मेदार है?
इस दौरान कांग्रेस ने मांग की कि एससी/एसटी आयोग (SC/ST Commission) का गठन किया जाए और नौ साल की पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए मामले की फास्ट ट्रैक कोर्ट (fast track court) में सुनवाई हो. कांग्रेस दिल्ली भर में कैंडल मार्च (candle march) निकालेगी और मृतक परिवार को आर्थिक मदद (financial assistance) भी देगी.
कांग्रेस नेता ने कहा कि कांग्रेस इस मामले को संसद में भी उठा रही है. पार्टी के राज्यसभा सांसद शक्तिसिंह गोहिल (Rajya Sabha MP Shaktisinh Gohil) ने मंगलवार को इस मामले पर चर्चा करने के लिए उच्च सदन में कामकाज को स्थगित करने का नोटिस दिया.
पढ़ें -कांग्रेस शासित राज्यों में बलात्कार के मामलों पर नहीं बोलते राहुल गांधी : संबित पात्रा
गोहिल ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा, 'न तो मुख्यमंत्री और न ही प्रधानमंत्री, जिन्होंने चुनाव के समय महिलाओं की सुरक्षा (safety of women) का वादा किया था, मृतक परिवार के आंसू पोछने नहीं गए, जो सरकार में है उसे पहले वहां जाने की जिम्मेदारी है, लेकिन उसने ऐसा नहीं हुआ.'
उन्होंने आगे कहा kfराहुल गांधी ने पीड़िता की मां की सारी पीड़ा सुनी, और उसके पिता से यह भी वादा किया कि पूरा देश उनके साथ न्याय की मांग के लिए खड़ा है.
अपने दौरे के बाद राहुल गांधी ने भी इस मामले पर ट्वीट करते हुए कहा, 'उनके माता-पिता के आंसू एक ही बात कह रहे हैं- उनकी बेटी, इस देश की बेटी है, न्याय की हकदार है. और मैं न्याय की इस राह पर उनके साथ हूं.'