हैदराबाद: भारत में कारों की मांग लगातार बढ़ रही है. लेकिन पिछले कुछ सालों में एक खास बॉडी टाइप एसयूवी की मांग सबसे ज्यादा बढ़ी है. वैसे देखा जाए को भारत में बॉडी टाइप के आधार पर कई प्रकार की कारें उपलब्ध हैं, जिन्हें भारतीय ग्राहकों द्वारा पसंद किया जाता है. इनमें हैचबैक, एसयूवी, एमयूवी, सेडान और कूपे समेत कई अन्य बॉडी टाइप शामिल हैं. यहां हम आपको इन्हीं बॉडी टाइप्स के बारे में बताने जा रहे हैं और यह भी कि इनकी खासियत क्या है.
1. हैचबैक बॉडी टाइप
एसयूवी की बढ़ी मांग के बावजूद देश में हैचबैक सबसे लोकप्रिय बॉडी टाइप है, जिसे सबसे ज्यादा खरीदा जाता है. हैचबैक को अगर परिभाषित किया जाए तो इसमें एक अतिरिक्त रियर हैच के साथ चार डोर होते हैं. यह रियर हैच बूट स्पेस को एक्सेस करने के लिए ऊपर की ओर खुलता है. देखा जाए तो हैचबैक के कॉम्पैक्ट बॉडी डिजाइन के साथ आती है और इसमें चार से पांच लोगों के बैठने की सुविधा होती है.
इस बॉडी टाइप की सबसे खास बात यह होती है कि इसमें पीछे की सीटों के पीछे ही जगह दी होती है, न कि स्पेस के लिए अलग से जगह दी जाती है. ऐसे में जब आप कार के बूट-स्पेस को खोलते हैं, तो आप बूट-स्पेस को नहीं बल्कि कार को ही खोल रहे होते हैं. इसका आकार चार मीटर या इसके अंदर ही रखा जाता है. इसमें 0.8-लीटर से 1.5-लीटर इंजन तक का इस्तेमाल किया जाता है. कंपनियों की बात करें तो मारुति सुजुकी, हुंडई, टाटा मोटर्स, रेनो और कुछ अन्य कंपनियां इन्हें बनाती हैं.
2. सेडान बॉडी टाइप
सेडान शब्द लैटिन भाषा 'सेडेरे' से लिया गया है, जिसका अर्थ है 'बैठना'. इसलिए सेडान बॉडी टाइप को आगे और पीछे के यात्रियों को अत्यधिक आराम और सुविधा के साथ बैठने के लिए डिजाइन किया जाता है. सेडान एक लंबी बॉडी के साथ आती है, जिसे तीन-बॉक्स कॉन्फिगरेशन के साथ बनाया जाता है. इस कार में आपको ए-पिलर, बी-पिलर और सी-पिलर बिल्कुल आसानी से देखने को मिल जाएंगे.
इसके अलावा हैचबैक के मुकाबले सेडान में एक अतिरिक्त बूट-स्पेस के लिए एक डेडिकेटेड कम्पार्टमेंस दिया जाता है. ऐसे में अलग कम्पार्टमेंट होने की वजह से हैचबैक के मुकाबले सेडान में बूट स्पेस ज्यादा देखने को मिलता है. भारत में सेडान आपको बजट से लग्जरी सेगमेंट तक मिल जाएगी, जिनमें प्रमुख कंपनियां मारुति सुजुकी, हुंडई, टाटा मोटर्स, होंडा, मर्सिडीज-बेंज, जगुआर, बीएमडब्ल्यू और अन्य कंपनियां शामिल हैं.
3. एसयूवी बॉडी टाइप
पिछले कुछ सालों में भारत में एसयूवी एक ऐसा बॉडी टाइप रहा है, जिसे लोगों ने बेहद पसंद किया है. इसलिए कार निर्माता कंपनियों ने इसमें कई नए मॉडल बाजार में उतारे हैं. इनमें पैसेंजर और ऑफ-रोडर दोनों ही शामिल हैं. देखा जाए तो एसयूवी आमतौर पर बड़ी होती है और 4-मीटर से ज्यादा होती है, लेकिन कॉम्पैक्ट एसयूवी इसमें अपवाद मानी जा सकती है, जो 4-मीटर से छोटी होती है.
लंबी बॉडी और आकार में बड़ी होने के बावजूद इसके अंदर से सड़क का शानदार दृश्य प्रदान करता है. एसयूवी में आपको हाई-ग्राउंड क्लीयरेंस दिया जाता है, जो इसे जमीन से ऊंचा रखता है और ऊबड़-खाबड़ रास्तों को संभालने में सक्षम है. ऑफ-रोडिंग को संभालने के लिए इसमें ऑल-टेरेन मोड और 4-व्हील ड्राइव जैसे फीचर्स दिए जाते हैं. एसयूवी बनाने वाली मुख्य कंपनियों में मारुति सुजुकी, टाटा मोटर्स, हुंडई, महिंद्रा एंड महिंद्रा, मर्सिडीज-बेंज, जगुआर और बीएमडब्ल्यू जैसी कंपनियां शामिल हैं.
4. एमयूवी बॉडी टाइप
मल्टी-युटिलिटी व्हीकल (एमयूवी) या मल्टी-परपज व्हीकल (एमपीवी) अधिकतम व्यावहारिकता और उपयोगिता के लिए बनाए जाते हैं. एमयूवी वाहन को 6 से 10 लोगों के बैठने के लिए बनाया जाता है. इसमें आपको अतिरिक्त स्पेस मिलता है और एमयूवी को लंबी दूरी की यात्रा करने के लिए पसंद किया जाता है.