नई दिल्ली:उत्तर पूर्वी दिल्ली की जाफराबाद पुलिस ने पिछले दिनों हुए दंगों के बारे में पूछताछ के नाम पर सोमवार को एक के बाद एक कई लोगों को उनके घरों पर दबिश देकर उठा लिया. हैरत की बात तो यह है कि यह वह लोग है जो गत 25 फरवरी को हुई घटना के दौरान गोली लगने से घायल हो गए थे. पीड़ित परिजनों का आरोप है कि पुलिस महज परेशान करने के लिए जान बूझकर लॉकडाउन में यह कार्रवाई कर उत्पीड़न करने में लगी है.
स्पेशल स्टॉफ की टीम
लॉकडाउन के बीच जाफराबाद थाने पर एक के बाद एक करके कुछ महिला पुरूष पहुंचने लगे. ईटीवी भारत की टीम ने लॉकडाउन में इन लोगों के घरों से बाहर निकलने का कारण पता किया. तो इन लोगों ने बताया कि खुद को स्पेशल स्टॉफ की टीम का बताते हुए जाफराबाद थाने से दस बारह पुलिस कर्मियों की टीम ने उनके घरों पर दबिशें देकर घर में मौजूद लोगों को उठा लिया और बिना कुछ बताए अपने साथ ले गए.
परिजनों ने उनसे पता करने की बहुत कोशिश की लेकिन किसी ने कुछ नहीं बताया. परिजन थाने पर पहुंचे परिजन से बताया गया कि दंगों से जुड़े मामले में पूछताछ करनी है. लेकिन परिजनों को उनसे मिलने नहीं दिया गया.इतना ही नहीं परिजनों का यहां तक आरोप है कि पुलिस ने उन्हें थाने के अंदर तक नहीं आने दिया और बाहर से ही बुरा भला कहकर जाने को कहने लगे.
पीड़ितों को ही आरोपी बनाने की कोशिश