तेहरान : ईरान के विदेश मंत्रालय ने संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) और इजराइल के बीच पूर्ण राजनयिक संबंध स्थापित करने के लिए हुए ऐतिहासिक समझौते की कड़ी निंदा की है. ईरान ने इसे सभी मुसलमानों के पीठ में छुरा घोंपना करार दिया. सरकारी टीवी ने शुक्रवार को एक रिपोर्ट में यह बताया.
मंत्रालय की ओर से जारी बयान में ईरान ने दोनों देशों के बीच संबंधों को सामान्य करने को खतरनाक और 'शर्मनाक' कदम बताया है और संयुक्त अरब अमीरात को इजराइल द्वारा फारस की खाड़ी के क्षेत्र के ‘राजनीतिक समीकरण’ में हस्तक्षेप करने को लेकर आगाह किया है.
बयान में मंत्रालय ने कहा, 'संयुक्त अरब अमीरात सरकार और अन्य सहयोगी सरकारों को इस कदम से होने वाले परिणाम की जिम्मेदारी भी अवश्य लेनी चाहिए.'
वहीं संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने इजराइल और संयुक्त अरब अमीरात के बीच पूर्ण राजनयिक संबंध बहाली के समझौते का स्वागत किया है.