दुबई :संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के राष्ट्रपति एवं अबू धाबी के शासक शेख खलीफा बिन जायद अल नाह्यान का शुक्रवार को निधन हो गया. वह 73 साल के थे. स्थानीय मीडिया ने राष्ट्रपति से जुड़े मामलों के मंत्रालय के हवाले से शेख खलीफा के निधन की पुष्टि की. समाचार एजेंसी डब्ल्यूएएम ने कहा, ''राष्ट्रपति से जुड़े मामलों का मंत्रालय यूएई के राष्ट्रपति शेख खलीफा बिन जायद अल नाह्यान के निधन पर यूएई, अरब जगत, इस्लामी राष्ट्र और दुनियाभर के लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त करता है.''
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूएई के राष्ट्रपति के निधन पर शोक व्यक्त किया है. उन्होंने ट्वीट किया, 'हिज हाइनेस शेख खलीफा बिन जायद के निधन के बारे में जानकर मुझे गहरा दुख हुआ है. वह एक महान राजनेता और दूरदर्शी नेता थे, जिनके तहत भारत-यूएई संबंध समृद्ध हुए. भारत के लोगों की हार्दिक संवेदना यूएई के लोगों के साथ है. उनकी आत्मा को शांति मिले.'
शेख खलीफा तीन नवंबर 2004 से यूएई के राष्ट्रपति और अबू धाबी के शासक के रूप में सेवाएं दे रहे थे. ‘खलीज टाइम्स’ के मुताबिक, राष्ट्रपति से जुड़े मामलों के मंत्रालय ने शेख खलीफा के निधन पर 40 दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की है. इस दौरान राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा और सभी मंत्रालय, विभाग, संघीय व स्थानीय संस्थान शुक्रवार से काम करना बंद कर देंगे. शेख खलीफा ने अपने पिता मरहूम शेख जायद बिन सुल्तान अल नाह्यान की जगह ली थी, जिन्होंने 1971 में अमीरात के अस्तित्व में आने के बाद दो नवंबर 2004 को अपने निधन तक यूएई के पहले राष्ट्रपति के रूप में सेवाएं दी थीं.
1948 में जन्मे शेख खलीफा यूएई के दूसरे राष्ट्रपति और अबू धाबी अमीरात के 16वें शासक थे। वह शेख जायद के सबसे बड़े बेटे थे. यूएई का राष्ट्रपति बनने के बाद शेख खलीफा ने संघीय सरकार और अबू धाबी की सरकार के पुनर्गठन में बड़ी भूमिका निभाई थी. उनके शासन में यूएई ने विकास की नयी ऊंचाइयां भी छुईं.
(पीटीआई-भाषा)