काहिरा: अमेरिका के तीन दिवसीय दौरे से बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिन के मिश्र दौरे पर पहुंचे हैं. पीएम मोदी आज को मिस्र की अल-हकीम मस्जिद का दौरा करेंगे. इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी मिस्र के काहिरा में 11वीं सदी के महत्वपूर्ण ऐतिहासिक और सांस्कृतिक स्थल पर श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे. अल-हकीम मस्जिद भारत और मिस्र द्वारा साझा की गई समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का प्रमाण है. इस मस्जिद का भारत के दाऊदी बोहरा समुदाय की मदद से जीर्णोद्धार किया गया है, इसलिए रविवार को होने वाला मोदी का मस्जिद का दौरा भारत के लिए विशेष महत्व रखता है.
मिस्र सरकार के पर्यटन और पुरावशेष मंत्रालय ने कहा कि मस्जिद का भारत के दाऊदी बोहरा समुदाय की मदद से जीर्णोद्धार किया गया है. जीर्णोद्धार का काम लगभग तीन महीने पहले पूरा हुआ है. मिस्र में भारत के राजदूत अजीत गुप्ते ने कहा, 'हमारे प्रधानमंत्री ऐतिहासिक अल-हाकिम मस्जिद भी जायेंगे, जिसे 11वीं शताब्दी में बनाया गया था, जब फातिमिद राजवंश का मिस्र में शासन था.' उन्होंने 'पीटीआई-भाषा' से कहा कि बोहरा समुदाय 1970 के बाद से मस्जिद का रखरखाव कर रहा है. उन्होंने कहा, 'इसलिए प्रधानमंत्री का बोहरा समुदाय से बहुत गहरा लगाव है. यह उनके लिए बोहरा समुदाय के एक बहुत ही महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल पर फिर से जाने का अवसर होगा.' प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने से पहले से ही दाऊदी बोहरा समुदाय के साथ मधुर संबंध रहे हैं.
यहां भी जाएंगे पीएम मोदी : इसके साथ ही प्रधानमंत्री मोदी मिस्र में हेलियोपोलिस युद्ध कब्र कब्रिस्तान का भी दौरा करेंगे. प्रथम विश्व युद्ध के दौरान सर्वोच्च बलिदान देने वाले भारतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि देंगे, जिससे दोनों देशों के बीच ऐतिहासिक संबंध और मजबूत होंगे. इसके बाद पीएम मोदी मिस्र में रहने वाले भारतीय प्रवासियों से बातचीत करेंगे. यह जुड़ाव न केवल लोगों के बीच संबंधों को बढ़ावा देता है बल्कि प्रवासी भारतीयों को दोनों देशों के बीच आर्थिक विकास और सांस्कृतिक आदान-प्रदान में योगदान करने के लिए एक मंच भी प्रदान करता है.