इस्लामाबाद : पाकिस्तान के निर्वाचन आयोग ने मंगलवार को उस याचिका पर अपना फैसला सुरक्षित रख लिया जो तोशाखाना भ्रष्टाचार मामले में दोषसिद्धि के कारण इमरान खान को पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के प्रमुख पद से हटाने के लिए दायर की गई थी. मीडिया की एक खबर में यह कहा गया है. बता दें, याचिका तीन अक्टूबर को दायर की गई थी और दो महीने बाद दो दिसंबर को, इमरान खान ने तोशाखाना मामले में अयोग्य ठहराए जाने के कारण निर्वाचन आयोग के आदेश के अनुरूप पार्टी अध्यक्ष पद के लिए आंतरिक चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया. इस बीच, भ्रष्टाचार के मामले में सजा काट रहे पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी को नया अध्यक्षय मिल गया है.
पार्टी ने चुन लिया अपना नया अध्यक्ष
जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री खान ने इस महीने की शुरुआत में बैरिस्टर गोहर अली खान को उस पार्टी का नेतृत्व करने के लिए चुना, जिसकी उन्होंने स्थापना की थी. दो दिसंबर को पार्टी के आंतरिक चुनावों में बैरिस्टर गोहर को आधिकारिक तौर पर पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ का निर्विरोध प्रमुख चुना गया था. भ्रष्टाचार के मामले में इमरान खान पांच अगस्त से जेल में हैं, इस मामले में सरकारी खजाने से मिले उपहारों की बिक्री से प्राप्त आय का खुलासा करने में विफल रहने के कारण उन्हें पाकिस्तान निर्वाचन आयोग (ईसीपी) द्वारा भी अयोग्य घोषित कर दिया गया था.
पार्टी ने चुन लिया अपना नया अध्यक्ष
‘जियो न्यूज’ की खबर के अनुसार, मंगलवार को सुनवाई के दौरान खान की पार्टी के वकील शोएब शाहीन ने कहा कि याचिका निरर्थक हो गई है क्योंकि पार्टी ने अपना नया अध्यक्ष चुन लिया है. उन्होंने कहा कि ईसीपी को पार्टी के भीतर आंतरिक चुनाव का रिकॉर्ड सौंप दिया गया है और मामला अब खत्म हो जाना चाहिए. वकील शाहीन ने यह भी कहा कि अगर ईसीपी इस मामले को सुनना चाहता है तो उसे दायर की गई एक याचिका के साथ जोड़ना चाहिए जिसमें पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के संस्थापक सदस्य अकबर एस बाबर ने पार्टी के आंतरिक चुनावों पर आपत्ति जताई है.