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Ban On English Language : इस देश में अंग्रेजी पर लगेगी बैन, भरना पड़ जाएगा लाखों रुपये का जुर्माना

अंग्रेजी भाषा के उपयोग को लेकर इटली की सरकार ने बड़ा फैसला किया है. अब इस भाषा के इस्तेमाल पर जल्द ही बैन लग सकता है. इटली के पीएम ने इस भाषा को बैन करने के विधेयक को समर्थन किया है.

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Published : Apr 3, 2023, 12:54 PM IST

रोम : इटली की सरकार ने अंग्रेजी भाषा को लेकर एक बड़ा फैसला किया है. यहां के प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी के ब्रदर्स ऑफ इटली पार्टी ने अंग्रेजी भाषा के खिलाफ नया कानून पेश किया है. इस नए कानून के तहत आधिकारिक रूप से अंग्रेजी और अन्य विदेशी भाषाओं के इस्तेमाल करने पर स्थानीय नागरिकों को लाखों रुपये का जुर्माना भरना पड़ेगा. जुर्माने की रकम 100,000 यूरो यानी 82,46,550 रुपये तय की गई है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस नए कानून के जरिये खासतौर पर अंग्रेजी शब्दों के इस्तेमाल को टारगेट किया गया है. इस बिल को लोअर चैंबर की सदस्य फैबियो रामपेली ने पेश किया था, जिसके साथ इटली के पीएम मेलोनी का समर्थन है.

रामपेली का दावा है कि यह भाषा इटालियन भाषा की निंदा करती है. फिलहाल इस विधेयक को पारित नहीं किया गया है. उन्होंने अपने विधेयक में यह भी कहा है कि इटली की भाषा देश में विदेशियों के साथ संवाद करने और कार्यालयों में प्राथमिक भाषा होनी चाहिए. इसके अलावा, देश में सार्वजनिक चीजों व सेवाओं के उपयोग में भी इटलियन भाषा का ही इस्तेमाल किया जाए. यदि इसका उल्लंघन हुआ तो 5,000 से 100,000 यूरो तक यानि 4,44,924 रुपये से लेकर 82,46,550 रुपये तक का जुर्माना भरना पड़ सकता है.

बता दें कि इससे पहले इटली में चैटजीपीटी एक्सेस को बैन कर दिया गया है. माइक्रोसॉफ्ट के स्वामित्व वाली ओपनएआई ने इटली में अपने एआई चैटबॉट चैटजीपीटी एक्सेस को ब्लॉक कर दिया है. यह कदम चैटजीपीटी सर्विस के लिए इतालवी के डेटा को प्रोसेसिंग करने से रोकने के लोकल डेटा प्रोटेक्शन अथॉरिटी के एक आदेश के जवाब में उठाया गया. ओपनएआई ने एक लेटर में कहा, "हमें आपको यह सूचित करते हुए खेद हो रहा है कि हमने इतालवी गारेंटे के अनुरोध पर इटली में यूजर्स के लिए चैटजीपीटी को डिसेबल कर दिया है. आदेश में, इतालवी नियामक गारेंटे ने कहा कि यह चिंता की बात है कि चैटजीपीटी निर्माता यूरोपीय संघ (ईयू) के जनरल डेटा प्रोटेक्शन रेगुलेशन (जीडीपीआर) का उल्लंघन कर रहा है, यह दावा करते हुए कि ओपनएआई ने इतालवी नागरिकों के डेटा को अवैध रूप से संसाधित किया है.

नियामक ने कहा, "ऐसा कोई तरीका नहीं है जिससे चैटजीपीटी गोपनीयता कानूनों के उल्लंघन में डेटा को संसाधित करना जारी रख सके. इटैलियन एसए ने प्लेटफॉर्म का विकास और प्रबंधन करने वाली यूएस-आधारित कंपनी ओपनएआई द्वारा इतालवी यूजर्स के डेटा के प्रोसेसिंग पर एक तत्काल अस्थायी सीमा लगा दी है. मामले की जांच भी शुरू की गई थी. इसके अलावा, कंपनी ने इटली में उन सभी यूजर्स को राशि वापस करने के लिए भी कहा, जिन्होंने मार्च में चैटजीपीटी प्लस सदस्यता खरीदी थी. ओपन एआई ने कहा, "हम इटली में उन सभी यूजर्स को रिफंड जारी कर रहे हैं, जिन्होंने मार्च में चैटजीपीटी प्लस सब्सक्रिप्शन खरीदा था. हम इटली में सब्सक्रिप्शन रिन्यूअल को अस्थायी रूप से रोक रहे हैं, ताकि चैटजीपीटी के निलंबित रहने के दौरान यूजर्स से शुल्क नहीं लिया जाए.

ओपनएआई के सीईओ सैम ऑल्टमैन ने भी ट्विटर पर जानकारी की पुष्टि करते हुए कहा, "बेशक हम इटली सरकार के आगे झुक गए हैं और हमने इटली में चैटजीपीटी की पेशकश बंद कर दी है, (हालांकि हमें लगता है कि हम सभी गोपनीयता कानूनों का पालन कर रहे हैं) इटली मेरे पसंदीदा देशों में से एक है और मैं जल्द ही फिर से यहां आने की उम्मीद कर रहा हूं." ओपनएआई ने पिछले महीने के अंत में स्वीकार किया था कि एक बग के कारण चैटजीपीटी को ऑफलाइन ले जाने पर कुछ यूजर्स की पेमेंट जानकारी सामने आ सकती है. ओपनएआई के अनुसार, ओपन-सोर्स लाइब्रेरी में एक बग के कारण कंपनी ने चैटजीपीटी को ऑफलाइन कर दिया, जिसने कुछ यूजर्स को अन्य एक्टिव यूजर्स के चैट हिस्ट्री से टाइटल्स देखने की अनुमति दी.

(एजेंसी-इनपुट)

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