वाशिंगटन:इजराइल और फिलिस्तीनी हमास आतंकियों के बीच संघर्ष का आज चौथा दिन है. इस बीच अमेरिका की ओर से आज एक संयुक्त बयान जारी किया है. इसमें कई देशों ने इजराइल को इस संघर्ष में साथ देने का भरोसा दिया है. अमेरिका सहित कई अन्य देशों का मानना है कि आतंकवाद विश्व के लिए खतरा है. इसी ध्येय के साथ कई राष्ट्र आज इजराइल को साथ दे रहे हैं.
अमेरिका की ओर से जारी संयुक्त बयान में फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रॉ, जर्मनी के चांसलर स्कोल्ज, इटली के प्रधानमंत्री मेलोनी, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री सुनक और अमेरिका के राष्ट्रपति बाइडेन ने इजराइल के प्रति अपना दृढ़ एकजुटा और समर्थन दिया है. इन राष्ट्रों ने हमास और उसके आतंकवादी कृत्यों की निंदा की. जारी बयान में कहा गया, 'हम स्पष्ट करते हैं कि हमास की आतंकवादी कार्रवाइयों का कोई औचित्य नहीं है.
इसकी कोई वैधता नहीं है और इसकी सार्वभौमिक रूप से निंदा की जानी चाहिए. आतंकवाद का कभी कोई औचित्य नहीं होता. हाल के दिनों में दुनिया ने भयावह रूप से देखा है कि हमास के आतंकवादियों ने परिवारों का उनके घरों में नरसंहार किया, एक संगीत समारोह का आनंद ले रहे 200 से अधिक युवाओं की हत्या कर दी. बुजुर्ग महिलाओं, बच्चों और पूरे परिवारों का अपहरण कर लिया.
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अब बंधक बनाकर रखा गया है. बता दें कि हमास के हमले के पहले दिन ही अमेरिका ने इसकी निंदा की थी. अब विश्व के कई राष्ट्र इजराइल का साथ देने के लिए सामने आए हैं. हालांकि, इजराइल ने पहले भी कहा था कि वह स्वयं हमास से निपटने में सक्षम है. इजराइली सेना ने सोमवार को ही दावा किया था कि हमास के सभा ठिकानों पर कब्जा कर लिया गया है.