लाहौर: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने उन पर हुए जानलेवा हमले के बाद शुक्रवार को अपने पहले बयान में कहा कि मुझे एक दिन पहले ही पता चल गया था कि मुझ पर हमला होगा. लेकिन जनता ने मेरा हौसला बढ़ाया. 70 वर्षीय खान ने कहा कि हमले में उनके दाहिने पैर में चार गोलियां लगीं. लाहौर के शौकत खानम अस्पताल से व्हीलचेयर पर बैठकर देश को संबोधित करते हुए खान ने कहा कि उन्हें जान से मारने की साजिश के बारे में पता था.
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) पार्टी के प्रमुख ने दावा किया, 'मैं हमले के बारे में विस्तार से बाद में बात करूंगा. मुझे (हमले से) एक दिन पहले ही पता चल गया था कि उनकी योजना (पंजाब प्रांत के) वजीराबाद या गुजरात में मेरी हत्या करने की थी. मुझे चार गोलियां लगीं.' पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा, 'चार लोगों ने बंद दरवाजों के पीछे मुझे मारने की साजिश रची. मेरे पास एक वीडियो है, अगर मुझे कुछ होता है, तो वीडियो जारी किया जाएगा.'
खान ने कहा कि खुद को जिहादी (आतंकवादी) बताने वाले एक संदिग्ध को गिरफ्तार किया गया है. वह जिहादी नहीं है. जानलेवा हमले के पीछे साजिश थी, हम उसका पता लगाएंगे. पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि तीन अन्य लोगों ने उनकी हत्या की साजिश की है, इनमें वह व्यक्ति शामिल नहीं है जिसका नाम उन्होंने विदेश में रखे टेप में लिया है. उन्होंने कहा, 'मुझे कैसे पता चला? भेदियों (हमले की साजिश करने वाले के करीबियों) ने मुझे बताया. वजीराबाद पहुंचने से पहले उन्होंने मेरी हत्या की साजिश रची क्योंकि उन्हें दिखने लगा था कि मेरी रैलियों में संख्या बढ़ने लगी है.'
उन्होंने कहा कि गृहमंत्री राणा सनाउल्लाह, प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और मेजर जनरल फैसल नसीर ने उनकी हत्या की साजिश रची थी. खान ने आरोप लगाया कि सरकार और उसके साथियों ने पंजाब के पूर्व गवर्नर सलमान तासीर की तरह ही उनकी हत्या की भी साजिश रची थी. उन्होंने कहा, 'पहले उन्होंने मुझपर ईशनिंदा का आरोप लगाया... उन्होंने टेप बनाए और उन्हें जारी किया और पीएमएल-नवाज ने इसे बढ़ावा दिया, मुझे पता है कि यह कौन कर रहा था... यह (जानलेवा हमले का प्रयास) तय पटकथा के अनुरुप हुआ.'
उबरने के बाद फिर से सड़क पर उतरने का फैसला
खान ने उनपर हुए जानलेवा हमले से उबरने के बाद फिर से सड़क पर उतरने का फैसला लिया है. खान ने कहा कि उन्हें अपनी जिंदगी की परवाह नहीं है और उन्हें इन चोरों की गुलामी नहीं करनी है. उन्होंने कहा, 'मैं तंदुरुस्त होते ही, इस्लामाबाद को आवाज दूंगा और फिर से सड़कों पर उतरूंगा.' उन्होंने कहा कि पाकिस्तान गुलामी के लिए नहीं बना है.
उन्होंने पाकिस्तान के प्रधान न्यायाधीश उमर अता बांदियाल से बात करके कहा कि देश की सबसे बड़ी पार्टी के नेता को न्याय नहीं मिल रहा है. खान ने कहा, 'सीजेपी, पिछले छह महीने में मेरे साथ जो कुछ भी हुआ है, मैं आपको आश्वस्त कर सकता हूं कि देश में यह किसी दुश्मन के साथ भी नहीं हुआ है.' उन्होंने कहा, 'मैंने सर्वोच्च नागरिक सम्मान पाया. क्रिकेट में मैंने पाकिस्तान का सम्मान बढ़ाया. शौकत खानम अस्पताल अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध है. मैंने दो विश्वविद्यालय बनाए. फिर मैंने देश की सबसे बड़ी (राजनीतिक) पार्टी बनाई.' खान ने सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा से अपने प्रतिष्ठान के इस ‘छुपे रुस्तम’ को जिम्मेदार ठहराने को कहा.
खान ने कहा, 'मैं आम लोगों के बीच से आया हूं, मेरी पार्टी सैन्य प्रतिष्ठान के तहत नहीं बनी है. मैंने 22 साल तक संघर्ष किया है.' उन्होंने आरोप लगाया कि उनके सांसदों को धमकाया जा रहा है. पीटीआई सांसदों को भ्रष्टाचार के केस के नाम पर ब्लैकमेल किया जा रहा है. इमरान खान ने कहा कि हमारी सरकार गिराने की मंडी लगी थी. इनको लगा था कि हमारी पार्टी खत्म हो जाएगी. इन्होंने जानबूझ कर ईवीएम नहीं आने दी.
गौरतलब है कि पंजाब प्रांत के वजीराबाद में एक विरोध मार्च के दौरान गुरुवार को 70 वर्षीय इमरान खान के काफिले पर हमला किया गया था और उनके पैर में गोली लगी थी. हमले में एक शख्स की मौत हो गई है तथा कम से कम 10 लोग जख्मी हुए हैं. खान का इलाज कर रहे डॉक्टर फैसल सुल्तान का कहना है कि खान के दाहिने पैर की टिबिया (पैर की मुख्य हड्डी) टूट गई है. सुल्तान ने बताया, 'स्कैन (एक्स-रे) में आपको दाहिने पैर में जो लाइन नजर आ रही है वह मुख्य धमनी (खून की नली) है. गोली का छर्रा उसके बहुत पास था.'
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