रोम: विश्व खाद्य कार्यक्रम (डब्ल्यूएफपी) को इस साल का नोबेल शांति पुरस्कार नार्वे की राजधानी में होने वाले एक ऐसे कार्यक्रम में प्रदान किया जाएगा जो पिछले कई सालों से हो रहे भव्य पारंपरिक कार्यक्रम से हटकर होगा. ऐसा कोरोना वायरस महामारी के चलते हो रहा है.
ओस्लो में नार्वे नोबेल समिति के अध्यक्ष बेरिट रीस-एंडरसन वेबकास्ट से बयान देंगे जिसके बाद संयुक्त राष्ट्र एजेंसी के प्रमुख रोम से अपना स्वीकृति संबोधन देंगे. विश्व खाद्य कार्यक्रम को भूख से लड़ने के उसके प्रयासों को लेकर यह पुरस्कार किया गया है.
इस साल छह श्रेणियों में 12 प्रतिष्ठान नोबेल पुरस्कार के लिए चुने गये. नोबेल शांति पुरस्कार को छोड़कर बाकी सभी नोबेल पुरस्कार पिछले दिनों यूरोप और अमेरिका में उन स्थानों पर सामान्य कार्यक्रमों में प्रदान दिए गए जहां विजेता रहते हैं.
इस पुरस्कार के तहत 11 लाख अमेरिकी डॉलर, प्रशस्त पत्र और स्वर्ण पदक प्रदान किए जाते हैं. कुछ मामलों में इन पुरस्कारों को आपस में साझा करना होता है. हर साल दस दिसंबर को पुस्कार संस्थापक अल्फ्रेड नोबेल की पुण्यतिथि पर स्टॉक होम में भव्य पुरस्कार समारोह होता है. हालांकि नोबेल शांति पुरस्कार के लिए यह कार्यक्रम नार्वे की राजधानी ओस्लो में होता है.