सिडनी : कोविड-19 महामारी के कारण सबसे खराब दो वर्षों के बाद 2022 वैश्विक विमानन उद्योग के लिए उज्जवल दिख रहा है. हालांकि, यात्रियों के लिए कम लागत पर यात्रा करने का मौका अल्पकालिक साबित हो सकता (COVID 19 means the era of ever cheaper air travel could be over)है.
‘इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन’ के अनुसार 2020 में अंतरराष्ट्रीय यात्री मांग 2019 की तुलना में 25 प्रतिशत से कम थी. अभी 2021 का डेटा उपलब्ध नहीं है लेकिन, कोरोना वायरस के डेल्टा और ओमीक्रॉन स्वरूप के मद्देनजर एसोसिएशन का 2019 के स्तर की तुलना में 50 प्रतिशत मांग लौटने का पूर्वानुमान आशावादी है.
अंतरराष्ट्रीय और घरेलू मार्ग फिर से खुलने के साथ विमान कंपनियां हवाई किराए पर कई विशेष प्रस्ताव दे रही हैं. ये प्रस्ताव आंशिक रूप से अनिश्चित यात्रियों को वापस लुभाने के लिए हैं और यात्रियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर यात्रा करने के लिए आवश्यक लागतों की भरपाई करने के लिए हैं, जैसे कि कोविड जांच के लिए शुल्क. लेकिन सस्ते किराए की वापसी की उम्मीद न करें. इनकी अवधि छोटी हो सकती है कि क्योंकि उद्योग को महामारी के बाद के हालात से निपटना है और सरकार का सहयोग भी नहीं मिलने की संभावना है.
इसका मतलब है कि एयर ट्रांसपोर्ट उद्योग 1970 के दशक से 2020 की शुरुआत तक के मॉडल को छोड़ सकता है. इस दौरान कम मुनाफे के जरिए सस्ते किराए का कारोबारी मॉडल प्रचलित था. उससे पहले यानी विमानन उद्योग 1970 के दशक तक अत्यधिक विनियमित था. घरेलू स्तर पर, यह अकसर सरकारों द्वारा राज्य के स्वामित्व वाली विमान कंपनियों की सुरक्षा के लिए किया जाता था. उदाहरण के लिए ऑस्ट्रेलिया की 'दो एयरलाइन' नीति ने प्रमुख मार्गों पर प्रतिस्पर्धा को केवल दो विमानन कंपनियों-सरकारी स्वामित्व वाली 'ट्रांस ऑस्ट्रेलिया एयरलाइंस' और एक निजी प्रतियोगी (उस समय के लिए एंसेट एयरलाइंस) तक सीमित कर दिया.
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन (आईएटीए) के माध्यम से मूल्य सहयोग द्वारा हवाई किराए को उच्च रखा गया था, जिसे अकसर 'कार्टेल' के रूप में वर्णित किया जाता है. टिकट मूल्य निर्धारण के दो स्तर थे- फर्स्ट क्लास और इकोनोमी. पूर्व में बोइंग 707 विमान होते थे, जिसमें 180 यात्री सवार हो सकते थे. फिर 1970 में बोइंग 747 जंबो जेट की शुरुआत के बाद यात्रियों की संख्या 180 से 440 तक होने लगी. इससे विमानन संचालन और लागत में कई बदलाव हुए.